भारतीय कर्मचारियों को कम भुगतान करने पर अमेरिकी कंपनी पर जुर्माना
अमेरिका में सिलिकन वैली की एक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी को आठ भारतीय कर्मचारियों को पिछले बकाये वेतन के रूप में 40,000 डालर देने का आदेश दिया गया.
अमेरिकी कंपनी इलेक्ट्रानिक्स फार इमेजिंग इंक (फाइल फोटो) |
इन कर्मचारियों से एक सप्ताह में 122 घंटे तक काम लिया गया और बदले में मात्र 1.21 डालर प्रति घंटा की दर से भुगतान किया गया.
अमेरिकी कंपनी इलेक्ट्रानिक्स फार इमेजिंग इंक (ईएफआई) ने वेतन तथा काम के घंटों की संघीय जांच के मद्देनजर 3,500 डालर का जुर्माना भी दिया है. जांच में यह भी पाया गया कि कंपनी ने आईटी विभाग के अपने कर्मचारियों को भारतीय रुपये में भुगतान किया और एक सप्ताह में 122 घंटे तक काम लिया.
सैन जोस मर्करी की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने अपना मुख्य कार्यालय फोस्टर सिटी से फ्रेमोंट स्थानांतरित किया था और इस कारण कंप्यूटर नेटवर्क स्थापित करने के लिये उन कर्मचारियों को भुगतान किया गया.
अमेरिकी श्रम विभाग को इस बारे में किसी अज्ञात व्यक्ति से सूचना मिली और उसके बाद मामले की जांच की गयी. जांच के बाद कंपनी को अपने आठ कर्मचारियों को पिछले बकाये वेतन के रूप में 40,000 डालर से अधिक का भुगतान करने तथा 3,500 डालर का जुर्माना देने का निर्देश दिया गया.
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