नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से कार्पोरेट जगत उत्साहित
एक सर्वे के अनुसार उद्योग जगत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा को लेकर खासा उत्साहित है.
ऐसाचैम |
77 प्रतिशत कंपनियों का मानना है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ उनकी बैठक का सार्थक परिणाम निकलेगा.
उद्योग मंडल एसोचैम के सर्वेक्षण में यह निष्कर्ष निकाला गया है.इसके अनुसार मोदी की इस यात्रा से द्विपक्षीय व्यापार 150 अरब डॉलर के मौजूदा स्तर से बढ़ने की उम्मीद है.
यह सर्वेक्षण 261 कंपनियों के प्रमुखों के बीच इसी महीने किया गया है.
ऐसाचैम के बयान के अनुसार भारत के 100 अरब डॉलर के सॉफ्टवेयर निर्यात में अमेरिका का 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है.
वस्तुओं का निर्यात व आयात लगभग 62 अरब डॉलर का है.
द्विपक्षीय प्रत्यक्ष विदेशी निवेश तथा पोर्टफोलियो के साथ भारत अमेरिका सालाना वाणिज्यिक लेन देन 150 अरब डॉलर से अधिक है.
इसके अनुसार,‘उक्त आंकड़ों के अनुसार अमेरिका भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सहयोगी है और इसमें व्यापक विस्तार की गुंजाइश है.’
सर्वेक्षण में शामिल 67 प्रतिशत का मानना है कि आने वाली इस यात्रा का एक बड़ा मुद्दा यह भी होगा कि ओबामा और मोदी के बीच व्यक्तिगत तालमेल कैसा बैठता है.
एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग तथा जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे के साथ व्यक्तिगत तालमेल बनाने के तरीकों का हवाला देते हुए कहा है कि ये इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि वे राष्ट्रपति ओबामा के साथ भी ऐसा ही दोस्ताना संबंध बना सकेंगे.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चीन व जापान से 55 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता पहले ही ले चुके हैं.
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