टी20 वर्ल्ड कप का आगाज, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया प्रबल दावेदार

Last Updated 16 Mar 2014 10:46:14 AM IST

टी-20 वर्ल्ड कप में इस बार भी अनिश्चितता को देखते हुए किसी एक टीम को बाकी टीमों की तुलना में कम या ज्यादा दावेदार नहीं कहा जा सकता है.


(file photo)
क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप ट्वेंटी-20 का महा मुकाबला यानी वर्ल्ड कप रविवार से शुरू हो रहा है.
 
16 टीमों की भागीदारी वाले इस टूर्नामेंट में खिताब के कई दावेदार हैं. अब तक हुए चार टी-20 वर्ल्ड में चार अलग-अलग चैंपियन सामने आये. 2007 भारत, 2009 में पाकिस्तान, 2010 में इंग्लैंड और 2012 में वेस्टइंडीज फटाफट क्रिकेट का शहंशाह बना. 
 
 क्या कंगारू उठाएंगे ट्रॉफी?
 
अगर फॉर्म को आधार बनाया जाये तो ऑस्ट्रेलियाई टीम सबसे आगे नजर आती है. ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में टी-20 सीरीज में 2-0 से हराया है. इसके अलावा हाल के समय अन्य फॉर्मेट में भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है.
 
ऑस्ट्रेलियाई टीम फाइनल और सेमीफाइनल में तो जगह बना चुकी है, लेकिन वो अब तक टी20 वर्ल्ड तप की ट्रॉफी से महरूम है.
हालांकि इस बार बैली की कप्तानी में ये टीम पूरा कर सकती है टी-20 में चैंपियन बनकर अपना सपना पूरा और इस सपने का साकार करने के लिए कंगारू टीम में  शेन वॉटसन जैसा ऑलराउंडर और डेविड वॉर्नर जैसा बल्लेबाज मौजूद हैं.
 
अजमल और अफरीदी का होगा टेस्ट
 
साल 2009 में टी-20 वर्ल्ड कप जीत चुकी पाकिस्तान की टीम भी है. बांग्लादेश में चैंपियन बनने के लिए बेकरार और इस टीम का मजबूत पहलू है.
 
इस टीम की गेंदबाजी अजमल, अफरीदी और उमर गुल जैसे गेंदबाज है इस टीम की शान, लेकिन बल्लेबाजी में इस टीम के पास  कोई खास हथियार नही है.
 
हट पाएगा चोकर्स का टैग?
 
इसमें कोई शक नहीं कि कागजों पर अफ्रीकी टीम बेहद मजबूत है, लेकिन अब तक कोई भी वर्ल्ड कप ना जीतने वाली साउथ अफ्रीका, क्या इस बार बदल पाएगी इतिहास. प्लेसिस की कप्तानी में इस टीम के पास है अपनी चुस्त दुरुस्त फील्डिंग और बॉलिंग अटैक से चोकर्स का टैग हटाने का गोल्डन चांस. टीम के पास धुआंधार बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स एक्स फैक्टर है.
 
 
मंलिगा से पार पाना होगा मुश्किल
 
बांग्लादेश की धरती पर हाल ही में एशिया कप जीतने वाली टी-20 रैंकिग की टॉप टीम लंकाई चीते नहीं छोड़ेंगे चैंपियन बनने में कोई कोर कसर. इस टीम में है पहली बार ये चमचमाती ट्रॉफी उठाने का माद्दा.
 
लंकाई टीम दिनेश चंदीमल की कप्तानी में जोश से भरी नजर आ रही है और इस टीम का प्लस फैक्टर है दिलशान मैथ्यूज़ जैसे ऑलराउंडर्स की भरमार और मलिंगा और मेंडिस की मिसट्री.
 
क्या वेस्टइंडीज दोहरा पाएगी यह कारनामा
 
डिफेंडिंग चैंपियन वेस्टइंडीज क्या इस बार बांग्लादेश में भी बिखेरेगी गंगनम का जलवा. गेल जैसा तूफान और सुनील नारायण जैसी फिरकी वैसे कर सकती है एक बार फिर करिश्मा और दोहरा सकती है साल 2012 का इतिहास. इंग्लैड से टी-20 में जीत विंडीज टीम की फॉर्म पर मोहर लगाने के लिए काफी है.
 
 मैक्कुलम और कोरी बदल सकते है मैच का रुख
 
डार्क हॉर्स न्यूजीलैंड की टीम में भी है, ट्वेंटी-20 के महाकुंभ में उलटफेर करने का माद्दा. कप्तान मैक्कुलम के साथ रॉस टेलर, कोरी एंडरसन जैसे बल्लेबाज हैं टीम की जान. हालांकि धीमी पिचों से तालमेल बिठाना होगी कीवीज़ के लिए कड़ी चुनौती है.
 
बिना पीटरसन के भी कम नहीं है इंग्लैड
 
केविन पीटरसन की गैर मौजूदगी में इंग्लैंड टीम उतनी मजबूत दिखाई नहीं दे रही, लेकिन फिर भी स्टुअर्ट ब्रॉड की कप्तानी में इंग्लैंड को विरोधी नहीं करेंगे कमजोर आंकने की भूल. तो हर टीम के पास हैं कई पैने हथियार और हर टीम है जान लड़ाने को बेताब, लेकिन जो सही वक्त पर साधेगा सही निशाना वो ही बनेगा टी-20 का विश्व विजेता.
 
स्पिन की भूमिका महत्वपूर्ण
 
यह टूर्नामेंट बांग्लादेश में आयोजित हो रहा है, लिहाजा स्तरीय स्पिन गेंदबाजों और स्पिन के खिलाफ सहज रहने वाले बल्लेबाजों की मौजूदगी बड़ी भूमिका निभायेगी. इस लिहाज से उपमहाद्वीप की प्रमुख टीमें भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका सीधे तौर पर प्रबल दावेदार कहे जा सकते हैं.
 
वेस्टइंडीज ने 2012 में श्रीलंका में आयोजित विश्व कप जीता था. कैरेबियाई टीम की उस सफलता में ऑफ स्पिनर सुनील नरायण ने महत्वपूर्ण योगदान किया था. भारत के पास आर अश्विन व रवींद्र जडेजा, पाकिस्तान के पास सईद अजमल और श्रीलंका के पास अजंता मेंडिस व रंगना हेराथ के रूप में टी-20 के लायक बेहतरीन स्पिनर हैं. इन टीमों के बल्लेबाज भी स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ काफी मजबूत माने जाते हैं.
 
टूर्नामेंट में शीर्ष आठ टीमों को मुख्य ड्रॉ में दो ग्रुपों में बांटा गया है.
 
ग्रुप-ए
 
दक्षिण अफ्रीका,श्रीलंका,इंग्लैंड,न्यूजीलैंड.
 
ग्रुप-बी
 
भारत,ऑस्ट्रेलिया,पाकिस्तान,वेस्टइंडीज.
 
मुख्य दौर शुरू होने से पहले शनिवार से क्वालीफाइंग टूर्नामेंट शुरू हो रहा है जिसमें आठ टीमें मैदान में उतरेंगी. इन आठ टीमों को दो ग्रुपों में बांटा गया है और हर ग्रुप की विजेता टीम मुख्य ड्रॉ में स्थान बनाएगी.
 
क्वालीफाइंग के ग्रुप-ए में
 
बांग्लादेश,अफगानिस्तान,हांगकांग नेपाल.
 
ग्रुप-बी 
 
जिम्बाब्वे,हॉलैंड,संयुक्त अरब अमीरात,आयरलैंड.
 
क्वालिफाइंग राउंड में ग्रुप ए की विजेता टीम को मुख्य दौर में ग्रुप बी में जगह मिलेगी जबकि ग्रुप बी की विजेता टीम को दक्षिण अफ्रीका के ग्रुप ए में जगह मिलेगी.



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