धर्मशाला में श्रीलंका ने निकाली भारतीय बल्लेबाजों की धमक

Last Updated 11 Dec 2017 05:00:00 AM IST

सुरंगा लकमल की धारदार गेंदबाजी के बाद ओपनर उपुल थरंगा की उम्दा बल्लेबाजी से श्रीलंका ने बेहद एकतरफा रहे पहले वनडे मैच में रविवार को भारत को सात विकेट से हराकर लगातार 12 हार के क्रम को तोड़ते हुए तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली.


सुरंगा लकमल की धारदार गेंदबाजी.

भारत के 113 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका ने थरंगा (49) की पारी की बदौलत 176 गेंद शेष रहते तीन विकेट पर 114 रन बनाकर जीत दर्ज की. एंजेलो मैथ्यूज (नाबाद 25) और निरोशन डिकवेला (नाबाद 26) ने चौथे विकेट के लिए 49 रन की अटूट साझेदारी करके टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया.

भारत की यह घरेलू धरती पर गेंद शेष रहने के लिहाज से सबसे बड़ी हार है. इससे पहले आस्ट्रेलिया ने 2007 में वड़ोदरा में उसे 145 गेंद शेष रहते हुए हराया था जबकि श्रीलंका ने अगस्त 2010 में दांबुला में टीम इंडिया को 209 और हंबनटोटा में जुलाई 2012 में 181 गेंद शेष रहते हराया था. लकमल और नुवान प्रदीप की तूफानी गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम महेंद्र सिंह धोनी (65) के अर्धशतक के बावजूद 38.2 ओवर में 112 रन पर ढेर हो गई. धोनी के अलावा कुलदीप यादव (19) और हार्दिक पंड्या (10) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए.

लकमल ने चार जबकि प्रदीप ने दो विकेट झटके. इस हार के साथ भारत ने मौजूदा सीरीज के दौरान दुनिया की नंबर एक टीम बनने का मौका भी गंवा दिया. भारत अगर यहां जीत दर्ज कर लेता तो दक्षिण अफ्रीका को पछाड़कर दुनिया की नंबर एक वनडे टीम बन जाता.

लक्ष्य का पीछा करने उतरे श्रीलंका की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही. टीम ने सात रन के स्कोर पर ही दनुष्का गुणातिलक (01) का विकेट गंवा दिया जो जसप्रीत बुमराह (32 रन पर एक विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर धोनी को कैच दे बैठे. बुमराह ने इसके बाद दूसरे ओपनर थरंगा को भी गली में दिनेश कार्तिक के हाथों कैच कराया लेकिन क्रीज से पैर बाहर होने के कारण यह नोबाल हो गई. थरंगा इस समय 11 रन बनाकर खेल रहे थे. भुवनेश्वर कुमार (42 रन पर एक विकेट) ने अगले ओवर में लाहिरू थिरिमाने (00) को बोल्ड करके श्रीलंका को दूसरा झटका दिया.



थरंगा ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए भुवनेश्वर और बुमराह पर दो-दो चौके जड़े. उन्होंने हार्दिक पंड्या (39 रन पर एक विकेट) पर लगातार दो चौकों के साथ 11वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया. वह हालांकि इसी तेज गेंदबाज के अगले ओवर में स्लिप में शिखर धवन को कैच दे बैठे. उन्होंने 46 गेंद की अपनी पारी में दो चौके मारे. मैथ्यूज और डिकवेला ने इसके बाद टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया. दोनों ने 19वें ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया. मैथ्यूज ने भुवनेश्वर पर चौके के साथ श्रीलंका को जीत दिलाई.

इससे पहले भारतीय टीम धोनी के 87 गेंद में 65 रन के बावजूद 112 रन पर ढेर हो गई. टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के पास तेज गेंदबाजी के अनुकलल हालात में लकमल, प्रदीप और मैथ्यूज (आठ रन पर एक विकेट) की तेज गेंदबाजी तिकड़ी का कोई जवाब नहीं था. भारतीय टीम ने पांच विकेट 16 रन तक ही गंवा दिए थे और उस पर 54 रन के अपने न्यूनतम वनडे स्कोर से कम पर आउट होने का खतरा मंडरा रहा था जो इसी टीम के खिलाफ शारजाह में वर्ष 2000 में बना था.

धोनी ने हालांकि जुझारू पारी खेलकर टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. टीम इंडिया ने एक समय 29 रन पर सात विकेट गंवा दिए थे जिसके बाद धोनी और कुलदीप यादव (19) ने आठवें विकेट के लिए 47 गेंद में 41 रन जोड़कर विकेटों के पतझड़ को रोका.

भाषा


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment