टेस्ट से पहले ‘रिवीजन’ के लिये उतरेगी विराट सेना

Last Updated 05 Aug 2015 12:59:37 PM IST

भारतीय क्रिकेट टीम 22 साल बाद श्रीलंका की जमीन पर टेस्ट सीरीज जीतने के लिये बेताब है.


फाईल फोटो

युवा कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में लगभग संपूर्ण नयी और कम अनुभवी टीम गुरूवार से श्रीलंका बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मैच में अपनी तैयारियां परखने उतरेगी.
        
पहली बार पूर्ण टेस्ट सीरीज में कप्तानी संभाल रहे रहे विराट के नेतृत्व में टीम इंडिया श्रीलंका में 22 साल के लंबे अंतराल के बाद टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करने के लक्ष्य के साथ उतरी है. भारत जैसी मजबूत टीम के लिये यह लक्ष्य इसलिये मुश्किल कहा जा सकता है क्योंकि टीम पूरी तरह से नयी और गैर अनुभवी है जिसमें शामिल 10 खिलाड़ी पहली बार श्रीलंका में टेस्ट खेलने उतर रहे हैं.
       
भारतीय टीम इस सीरीज को लेकर कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि श्रीलंका में पहुंचने के 24 घंटे बाद ही उसने अपना अभ्यास शुरू कर दिया. विराट के साथ इंडोर स्टेडियम में शिखर धवन, मुरली विजय, रोहित शर्मा, अजिंक्या रहाणो सभी ने नेट पर काफी देर बल्लेबाजी का अभ्यास भी किया. टीम के लिये श्रीलंका बोर्ड एकादश के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मुख्य सीरीज से बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि टीम बहुत अधिक अभ्यास के साथ श्रीलंका नहीं पहुंची है.
        
पुजारा, लोकेश राहुल, चार साल बाद टीम में शामिल किये गये अमित मिश्रा ने भारत ए टीम की ओर से आस्ट्रेलिया ए के खिलाफ जरूर गैर आधिकारिक टेस्ट सीरीज में खेला है लेकिन बाकी खिलाड़यिों की तैयारी कुछ खास नहीं है. विराट ने भारत ए के दूसरे मैच में जरूर खेला था लेकिन उस मैच में वह कोई कमाल नहीं कर सके थे. 

विराट का श्रीलंका का यह पहला टेस्ट दौरा है और उनके लिये यहां दोहरी जिम्मेदारी भी है. आफ स्पिनर हरभजन सिंह, लेग स्पिनर अमित मिश्रा, विकेटकीपर रिद्धिमान साहा, तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और ओपनर मुरली विजय 2010 में पिछले श्रीलंकाई टेस्ट दौरे की भारतीय टीम के सदस्य थे. लेकिन मौजूदा टीम के 10 खिलाड़यिों के लिये यह पहला श्रीलंका टेस्ट दौरा है.
       
कप्तान विराट, रविचंद्रन अश्विन, अजिंक्या रहाणे, रोहित शर्मा, उमेश यादव, वरूण आरोन, शिखर धवन, भुवनेर कुमार,  पुजारा और लोकेश राहुल श्रीलंका में पहली बार टेस्ट के लिये उतर रहे हैं और उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि अपने शानदार प्रदर्शन से टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा सकें.       
      
विराट खुद पहली बार श्रीलंका की जमीन पर टेस्ट सीरीज के लिये उतर रहे हैं जबकि कप्तान के नाते उनके लिये यह दोहरी जिम्मेदारी है कि वह युवाओं की इस टीम को एकसाथ लेकर चलें और बेहतर परिणाम भी दें. महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद टेस्ट कप्तान के तौर पर यह स्टार बल्लेबाज के लिये पहली संपूर्ण सीरीज भी है और जब खुद विराट का प्रदर्शन बल्ले से फिलहाल कुछ खास नहीं चल रहा है तो उनके लिये यह और चुनौतीपूर्ण होगा कि वह कप्तानी के साथ अपने प्रदर्शन पर भी ध्यान दे सकें.
       
विराट ने आखिरी टेस्ट फातुल्ला में बंगलादेश के खिलाफ खेला था जिसमें वह मात्र 14 रन ही बना सके थे लेकिन मुरली ने इस मैच में 150 और शिखर ने 173 रन की शानदार पारियां खेली थी जबकि रहाणे ने 98 रन बनाये थे. अभ्यास मैच में इन खिलाड़यिों का प्रदर्शन मुख्य मुकाबले में भी इन खिलाड़यिों की स्थिति को साफ करेगा क्योंकि फिलहाल लोकेश, धवन और मुरली की मौजूदगी से ओपनिंग क्रम को लेकर स्थिति कुछ साफ नहीं है जबकि रोहित का तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना तय है.
 
दूसरी ओर गेंदबाजों में स्पिन विभाग में अनुभवी हरभजन, मिश्रा और रविचंद्रन अश्विन की अहम भूमिका रहेगी जबकि तेज गेंदबाजों में उमेश यादव और इशांत शर्मा के पास अच्छे प्रदर्शन से प्रभावित करने का मौका रहेगा. भारत ने श्रीलंका में आखिरी बार 1993 में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज मोहम्मद अजहरूद्दीन की कप्तानी में 1-0 से जीती थी.   
      
लेकिन उसके बाद से भारत श्रीलंकाई जमीन पर कोई टेस्ट सीरीज में जीत नहीं हासिल कर पाया है.
      
भारतीय टेस्ट टीम पांच साल के अंतराल के बाद श्रीलंका का दौरा कर रही है. आखिरी बार भारत ने 2010 में श्रीलंका का दौरा किया था और तब तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर रही थी.
             
भारतीय टीम की असली परीक्षा 12 अगस्त से गाले में शुरू होगी जहां वह मेजबान टीम के खिलाफ पहला टेस्ट खेलने उतरेगी. दूसरा टेस्ट 20 अगस्त से कोलंबो में और तीसरा टेस्ट 28 अगस्त से कोलंबो में खेला जाएगा. टीम इंडिया के लिये एक चुनौती यह भी है कि श्रीलंकाई टीम के दिग्गज क्रिकेट कुमार संगकारा के करियर की यह आखिरी सीरीज है और इसके बाद वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे.
                
सदी के बेहतरीन क्रिकेटरों में शुमार संगकारा भले ही संन्यास लेने जा रहे हैं लेकिन उनकी फार्म बल्ले से अब भी कमाल है जबकि पूरी मेजबान टीम की यही कोशिश रहेगी कि टीम के इस दिग्गज खिलाड़ी को अपनी जमीन से विजयी विदाई दे सकें. इस सीरीज को सफल बनाने के लिये श्रीलंका भारतीय टीम के सामने कड़ी चुनौती पेश करने उतरेगी और भारत को इस लिहाज से खुद को और मजबूती से उतारना होगा.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment