धोनी ने मुझे बताया ‘‘भाग्यशाली या दुर्भाग्यशाली’’ कुछ नहीं होता: पंकज
पंकज सिंह भले ही भारत के अब तक के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज नहीं हों लेकिन केाई भी राजस्थान के इस गेंदबाज की प्रतिबद्धता पर सवाल खड़ा नहीं कर सकता.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी |
लेकिन अगर आप पंकज से साउथम्पटन में इंग्लैंड के खिलाफ पदार्पण टेस्ट मैच के दौरान स्पष्ट रूप से दुर्भाग्यशाली रहने के बारे में बात करें तो यह गेंदबाज आपको बताएगा कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने दौरे के दौरान उससे क्या कहा.
पंकज ने दलीप ट्राफी फाइनल के इतर कहा, ‘‘जब मेरे पदार्पण पर मुझे एक भी विकेट नहीं मिला तो लोगों ने मेरे साथ हमदर्दी जताई और मुझे ‘‘दुर्भाग्यशाली पंकज’’ का टैग मिला लेकिन एमएस (धोनी) ने मुझसे कहा कि ‘भाग्यशाली’ या ‘दुर्भाग्यशाली’ जैसा कुछ नहीं होता है. सिर्फ जरूरी यह होता है कि आपने कितनी ईमानदारी से प्रयास किये और मुझे इस बारे में कोई शिकायत नहीं है.’’
सुल्तानपुर में जन्मे पंकज अब भी पदार्पण टेस्ट में अपने प्रदर्शन को निराशा से देखते हैं. इस मैच में उन्होंने 179 रन लुटाए थे लेकिन उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था.
पंकज दक्षिण क्षेत्र की दमदार बल्लेबाजी के खिलाफ तीन शुरूआती विकेट झटककर मध्य क्षेत्र के लिए उम्मीद जगाने का मुश्किल प्रयास कर रहे हैं.
पंकज ने पहले टेस्ट मैच में निराशाजनक प्रदर्शन के बारे में कहा, ‘‘जाहिर तौर पर, थोड़ी निराशा है लेकिन मैंने अपना सौ प्रतिशत प्रदर्शन किया. आंकड़े निश्चित रूप से मेरी गेंदबाजी की सच्ची तस्वीर पेश नहीं करते.’’
पंकज ने ओल्ड ट्रैफोर्ड में हुए अगले टेस्ट मैच में दो विकेट लिये थे लेकिन वह पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट करके ज्यादा खुश नहीं थे.
उन्होंने कहा, ‘‘यह वास्तव में संतोषजनक नहीं था क्योंकि मैने पारी की अंत में विकेट लिये. और यह तेज गेंदबाजों की मददगार विकेट नहीं थी. मुझे आशा है कि मेरे नाम पर आस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान चयन के लिए विचार होगा.’’
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