देहरादून में देर से पहुंची सरकारी 108 एंबुलेंस, महिला ने दम तोड़,

Last Updated 10 Oct 2015 09:24:50 PM IST

देहरादून में एक महिला ने अस्पताल जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया. परिजन मौत का कारण 108 एंबुलेंस के देर से पहुंचने को मान रहे हैं.




एंबुलेंस की देरी से प्रसूता की मौत

देहरादून के साहिया क्षेत्र में मलेथा के ग्राम प्रधान की प्रसूता पत्नी ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया. मौत का कारण अधिक ब्लीडिंग बताया जा रहा है. महिला की तबीयत बिगड़ने पर 108 सेवा को सूचना दी गई थी, लेकिन एंबुलेंस आने में देरी होते देख परिजन प्राइवेट वाहन से महिला को लेकर पजिटिलानी तक आ गए थे. वहां से प्रसूता को 108 सेवा से सीएचसी साहिया ले जाया जा रहा था. परिजन 108 के देरी से पहुंचने का आरोप लगाते हुए शव लेकर गांव चले गए. डॉक्टरों का कहना है कि यदि समय पर महिला को इलाज मिल जाता तो उसकी मौत न होती.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम प्रधान केदिया राम की पत्नी गोरखी देवी (30) ने शुक्रवार सुबह चार बजे पैतृक गांव धारिया में घर पर ही स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. सात बजे गोरखी के पेट में तेज दर्द होने लगा. परिजनों ने 40 किमी दूर सीएचसी साहिया से 108 एंबुलेंस सेवा मंगवाई.

एंबुलेंस के नराया जाने के कारण 70 किमी दूर सीएचसी चकराता से दूसरी एंबुलेंस भेजी गई. ऐसे में 108 एंबुलेंस को पहुंचने में तीन घंटे से अधिक का समय लग गया. जब तक एंबुलेंस जच्चा को लेकर अस्पताल पहुंचती देर हो चुकी थी. अधिक रक्तस्राव के कारण गोरखी देवी ने रास्ते में दम तोड़ दिया.

सीएचसी साहिया पहुंचने पर डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजन बिना किसी कार्रवाई के शव लेकर लौट गए. मृतका के पति और ग्राम प्रधान केदिया राम का कहना है कि यदि 108 एंबुलेंस समय से आ जाती तो पत्नी की जान बच सकती थी.



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