रिषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर सात दिन बाद वाहनों का आवागमन बहाल
चमोली जिले में जोशीमठ के समीप हाथी पर्वत में भूस्खलन के कारण गत 28 अप्रैल को बंद हुआ रिषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सात दिन बाद यातायात के लिये खोल दिया गया है.
रिषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग |
इससे बदरीनाथ यात्रा सुचारू रूप से शुरू हो गयी है.
जोशीमठ के उप जिलाधिकारी अनूप नौटियाल ने बताया कि हाथीपर्वत से गिरी एक बड़ी चट्टान के कारण पिछले सात दिन से बंद पड़े रिषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह साफ कर कल देर रात करीब 10 बजे वाहनों के लिये खोल दिया गया.
उन्होंने बताया कि मार्ग पर छोटे-बड़े सभी प्रकार के वाहन चल रहे हैं और कल रात से अब तक बदरीनाथ में फंसे पड़े 82 वाहनों को बाहर निकाला जा चुका है.
गौरतलब है कि 26 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद शुरू हुई यात्रा के तीसरे दिन ही राजमार्ग हाथीपर्वत में भूस्खलन के कारण अवरूद्ध हो गया था.
सीमा सड़क संगठन द्वारा मलबा साफ करने के दौरान 30 अप्रैल को दोबारा उसी स्थान पर पहाड़ से एक बड़ी चट्टान गिर गयी जिसके कारण राजमार्ग पूरी तरह अवरूद्ध हो गया और जवानों द्वारा 24 घंटे काम करने के बावजूद उसे खोलने में सात दिन लग गये.
इस दौरान, प्रशासन ने हेलीकाप्टर द्वारा तीर्थयात्रियों को जोशीमठ से गोविंदघाट आने-जाने की व्यवस्था की थी जहां से उन्हें वाहनों में बैठाकर बदरीनाथ पहुंचाया गया या वहां से वापस लाया गया. राज्य सरकार ने सस्ती दरों पर हेलीकाप्टर सेवा मुहैया कराते हुए पुरूष तीर्थयात्रियों के लिये 750 रूपये तथा महिला एवं बच्चों के लिए 500 रूपये का टिकट रखा था.
इसके अलावा, बहुत से तीर्थयात्री जोशीमठ-विष्णुप्रयाग के तीन किलोमीटर लंबे पैदल रास्ते से होते हुए भी बदरीनाथ के दर्शनों के लिए गये और उसी रास्ते वापस लौटे.
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