गुजरात जनाक्रोश रैली: कांग्रेस के 50 विधायक निलंबित, 400 कार्यकर्ता हिरासत में
Last Updated 23 Aug 2016 08:02:39 PM IST
गुजरात में भाजपा सरकार के खिलाफ उना घटना सहित दलितों के खिलाफ बढ़ते अत्याचार को लेकर अपना विरोध तेज किये जाने के बीच कांग्रेस के जनाक्रोश रैली में शामिल करीब 400 पार्टी कार्यकताओं को हिरासत में लिया गया जबकि करीब 50 पार्टी विधायकों को निलंबित कर दिया गया.
उना घटना (फाइल) |
मंगलवार को इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में जहां हंगामा हुआ, वहीं राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं ने जनाक्रोश रैली निकाली.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं शंकर सिंह वाघेला, भरतसिंह सोलंकी, शक्तिसिंह गोहिल एवं राज्यसभा के सांसद मधुसूदन मिस्त्री सहित 400 लोगों को हिरासत में लिया गया. हिरासत में लिये गये लोगों को बाद में रिहा कर दिया गया.
उना में 11 जुलाई को दलितों की पिटाई की घटना के विरोध में मंगलवार को कांग्रेस सदस्यों ने राज्य विधानसभा में प्रदर्शन और हंगामा कर बैठक को बाधित किया. इसके कारण पार्टी के करीब 50 विधायकों को सदन से निकाला गया और उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया.
सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सदस्य सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए और हाथ में तख्तियां लिये हुए आसन के समक्ष आ गये. नारेबाजी कर रहे कांग्रेसी सदस्यों ने मंत्रियों की तरफ चूड़ियां फेंकी.
विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे एवं अंतिम दिन विस अध्यक्ष रमनलाल वोरा ने हंगामा कर रहे विधायकों को कई बार चेतावनी दी. करीब 20 कांग्रेसी सदस्य बैनर ओढ़े हुए थे.
हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने मार्शलों को कांग्रेस सदस्यों को सदन से बाहर ले जाने को कहा. उन्होंने कांग्रेस सदस्यों के नाम का उल्लेख किया और उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया. इसके बाद कांग्रेस विधायकों को बल प्रयोग कर सदन से बाहर ले जाया गया.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष पूर्व निर्धारित रणनीति के साथ सदन में आया है क्योंकि दलितों के प्रति चिंता से ज्यादा वे मुद्दे का राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष शंकर सिंह वाघेला एवं वरिष्ठ विधायक मोहनसिंह राठवा को निलंबित नहीं किया क्योंकि वे हंगामे के दौरान बैठे रहे. किन्तु बाद में वे दोनों भी अपने पार्टी सहयोगियों के विरूद्ध की गयी कार्रवाई के विरोध में सदन से वाकआउट कर गये.
कांग्रेस ने जनाक्रोश रैली के तहत विधानसभा तक जुलूस निकाला और इस दौरान करीब 400 कांग्रेस समर्थकों को हिरासत में लिया गया.
पुलिस ने बताया कि वे जब विधानसभा के मुख्य द्वार पर पहुंच गये तो उन्हें रोका गया.
गांधीनगर के पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र यादव ने बताया, ‘‘राज्य विधानसभा में प्रवेश का प्रयास कर रहे करीब 400 लोगों को हमने हिरासत में लिया. हिरासत में लिये गये लोगों में पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हैं.’’
कांग्रेस पार्टी के हजारों समर्थक भाजपा सरकार के ‘दमनकारी’ रवैये और दलितों पर ‘अत्याचार’ के खिलाफ एक रैली निकालने के लिए गांधीनगर में एकत्र हुये.
जैसे ही प्रदर्शनकारी विधानसभा के मुख्य दरवाजे पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें परिसर में प्रवेश करने से रोकने के लिए अवरोधक लगा दिया. जब उन लोगों ने जबर्दस्ती की तो पुलिस ने पानी की बौछार फेंकी और उन्हें हिरासत में ले लिया.
बाद में हिरासत में लिये गये सभी लोगों को रिहा कर दिया गया.
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