‘हमें मजबूर किया गया मरने के लिए’
कॉरपोरेट मामलों के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल और उनके बेटे योगेश बंसल ने सुसाइड नोट लिखा था, ‘हमें मजबूर किया गया मरने के लिए.'
कॉरपोरेट मामलों के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल (File Photo) |
पूर्वी दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन इलाके में मंगलवार को खुदकुशी करने वाले कॉरपोरेट मामलों के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल और उनके बेटे योगेश बंसल ने जो सुसाइड नोट लिखा था, उसका पूरा खुलासा दिल्ली पुलिस ने नहीं किया था, लेकिन अब दोनों सुसाइड नोट सार्वजनिक हो चुके हैं. इनमें बंसल ने सीबीआई के चार अधिकारियों और एक हवलदार पर बुरी तरह उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. अपने सुसाइड नोट में बंसल ने यहां तक कहा कि उनकी पत्नी और बेटी ने सुसाइड नहीं किया, उनका र्मडर हुआ है.
पूर्व डीजी बीके बंसल और उनके बेटे योगेश का शव जब पुलिस ने मंगलवार को अपने कब्जे में लिया था तो उनके फ्लैट से सुसाइड नोट के तीन-चार फोटोकॉपी सेट भी मिले थे. तब इसकी वजह पुलिस को भी समझ नहीं आ रही थी, लेकिन बुधवार को आठ मीडिया संस्थानों को कुरियर के जरिए दोनों सुसाइड नोट मिले तो हंगामा मच गया. बताया जाता है कि सुसाइड नोट की एक कॉपी सीबीआई निदेशक को भी मिली है.
बंसल ने सात पेज का और उनके बेटे ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें सीबीआई के डीआईजी, एसपी, डीएसपी, जांच अधिकारी और एक हवलदार पर प्रताड़ना के आरोप लगाए गए हैं. बीके बंसल ने लिखा है कि इन अधिकारियों की प्रताड़ना के कारण ही वह खुदकुशी कर रहे हैं. इसके साथ उन्होंने कहा है कि उनकी पत्नी और बेटी ने खुदकुशी नहीं की, बल्कि सीबीआई ने दोनों की हत्या की है. अपने नोट में बंसल व उनके बेटे ने आरोपी अधिकारियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है. इसके साथ इन अधिकारियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट भी करवाने की मांग की.
बंसल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उनकी गिरफ्तारी के बाद 18 जुलाई की रात को सीबीआई के डीआइजी के आदेश पर एसपी और डीएसपी व अन्य की टीम उनके घर पहुंची. यहां उनकी बेटी और पत्नी को रातभर प्रताड़ित किया गया. पूछताछ के दौरान उनकी पत्नी को बुरी तरह पीटने के अलावा नाखून चुभाए गए. इसके अलावा गंदी-गंदी गालियां दी गई. छापे के दौरान मेरे सामने ही डीआईजी ने कहा कि पत्नी व बेटी को इतना प्रताड़ित करो कि ये लोग मरने लायक हो जाएं. सीबीआई के कार्यालय में मैंने बहुत मिन्नतें की तो डीआईजी ने कहा कि तुझे और तेरे परिवार को ऐसा सबक सिखाएंगे कि तेरी सात पुश्तें भी याद रखेंगी. तेरी पत्नी और बेटी को हम जिंदा लाश बना देंगे.
भाजपा के बड़े नेता का करीबी : बंसल ने अपने नोट में लिखा है कि डीआईजी ने उनसे कहा था कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, क्योंकि उनकी (डीआईजी) भाजपा के एक कद्दावर नेता से बेहद नजदीकी है. आरोप के मुताबिक बंसल की पत्नी को धमकाते हुए एसपी व डीएसपी ने कहा था कि तेरे पति और बेटे के टुकड़े कर कुत्तों को डाल देंगे. अपने नोट में बंसल व बेटे योगेश ने चारों अधिकारियों के अलावा एक मोटे हवलदार पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
पड़ोसी ने डाला आग में घी : योगेश बंसल ने अपने सुसाइड नोट में पड़ोसी का जिक्र किया है, जिसमें लिखा है कि इन पांचों अधिकारियों का पड़ोसी ने भी खूब साथ दिया. हमारी तकलीफ का मजाक उड़ाकर उसने मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. उसने लिखा है कि मेरे परिवार के साथ जो कुछ हुआ, वह किसी और के परिवार के साथ न हो.
किसी के लिए दीर्घायु की कामना भी : बंसल ने पांच अधिकारियों को कठघरे में खड़ा करने के साथ एक जांच अधिकारी की तारीफ की है. उन्होंने लिखा कि इस जांच अधिकारी ने हर बार उन्हें हौसला दिया. उसने कहा कि अब कुछ गलत नहीं होगा. जो हो गया, उसे भूल जाओ. उन्होंने जांच अधिकारी की लंबी आयु और तरक्की की दुआ भी की है.
सीबीआई ने दिए आंतरिक जांच के आदेश : सीबीआई ने इस मामले में आंतरिक जांच के आदेश दे दिए हैं और इसके लिए एक समिति भी गठित कर दी है. सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ ने कहा कि एजेंसी को दिल्ली पुलिस से सूचना मिली है जिसमें सुसाइड नोट भी संलग्न किया हुआ है. आरोपों की जांच के आदेश दिए गए हैं.
सुसाइड नोट में बंसल और बेटे ने लिखा..
-बंसल ने आरोप लगाया है कि सीबीआई के डीआईजी ने दावा किया था कि वह सत्तारूढ़ दल के एक नेता के करीबी हैं और बंसल को चुनौती दी कि वह जो चाहें कर लें.
-महिला अधिकारियों ने उनकी पत्नी को थप्पड़ मारे जबकि डीआईजी ने फोन पर उनकी पत्नी से गाली गलौज की और सीबीआई की हिरासत में बसंल के उत्पीड़न की धमकी दी.
बंसल ने कहा ‘अगर मामले में मेरी गलती थी तो मेरी पत्नी और बेटी को सीबीआई अधिकारियों ने आत्महत्या के लिए मजबूर क्यों किया.’ ‘इसे आत्महत्या नहीं कहा जा सकता. यह दो महिलाओं की हत्या है.’
-डीआईजी और ‘मोटे’ हवलदार की झूठ पकड़ने वाली मशीन से जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके.’
-सीबीआई निदेशक से अपील की कि मामले की जांच करें क्योंकि उनकी पत्नी और बेटी की आत्महत्या से पहले डीआईजी ने धमकी दी थी कि ‘‘उन्हें ऐसी यातना दी जाएगी कि वे मौत मांगेंगे और वह भी नहीं मिलेगी.’’
-योगेश ने अपने कथित सुसाइड नोट में इन चार अधिकारियों के अलावा एक और अधिकारी का नाम लिया है.
-मेरी मां और मेरी बहन आत्महत्या के खिलाफ थे लेकिन उनका इतना उत्पीड़न किया गया कि उन्हें अतिवादी कदम उठाना पड़ा.’ उन्होंने कहा कि सीबीआई अधिकारियों ने उनकी हत्या कर दी और एक पड़ोसी ने उनका समर्थन किया जिसने इस स्थिति का मजाक उड़ाया.
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