दिल्ली में बुजुर्ग की हिम्मत से लुटने से बचा घर

Last Updated 29 Jun 2016 12:07:47 PM IST

दिल्ली में एक बुजुर्ग की हिम्मत और सूझबूझ की वजह से उनका घर लुटने से बच गया.




(फाइल फोटो)

रात के वक्त घर में दाखिल चार बदमाश बुजुर्ग और उनकी पत्नी को चाकू व पिस्टल के बल पर काबू कर चुके थे, तभी मौका पाते ही बुजुर्ग ने एक बदमाश की उंगलियां दातों से चबा दी.

दर्द की वजह से बदमाश के हौसले पस्त होता देख दूसरे बदमाश ने गोली चला दी. गनीमत रही गोली बुजुर्ग को नहीं लगी और वह बाल-बाल बच गए.इसके बाद हड़बड़ाए चारों बदमाश वहां से फरार हो गए.

वैसे घटना के वक्त घर के अंदर दो नौकर भी मौजूद थे. इनमें से एक के हाथ-पैर बांधकर किचन में डाला दिया था, जबकि दूसरा घटना के वक्त बुजुर्ग के पांव दवा रहा था और तीसरा कुत्ते को घुमाने बाहर गया था.

मामले की शिकायत पर न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. उधर पुलिस ने दावा किया है कि वारदात में शामिल एक युवक को पकड़ा है.हालांकि अधिकारिक तौर पर अभी उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है, उससे पूछताछ चल रही है.

दक्षिण पूर्वी जिला के एक पुलिस अधिकारी ने बताया एनएफसी बी ब्लॉक में विनोद चौधरी (66) सपरिवार रहते हैं. उनकी चांदनी चौक में कपड़ों की दुकान है. 25 जून को उनका बेटा आशीष अपने परिवार के साथ कोलकोता गया था. घर में सिर्फ विनोद चौधरी, उनकी पत्नी मंजू और दो नौकर मौजूद थे. जबकि तीसरा कुत्ते को घुमाने बाहर गया हुआ था.

रात करीब नौ बजे विनोद अपनी पत्नी के साथ बेडरूम में टीवी देख रहे थे, जबकि जितेन्द्र (नौकर) उनके पैर दबा रहा था. तभी अचानक उनके कमरे में धड़धड़ाते हुए तीन युवक घुस आये।. जब जितेन्द्र ने उनसे आने का कारण पूछा तो एक युवक ने उसे गाली देते हुए उस पर चाकू तान दिया. दूसरे युवक ने पिस्टल निकाल बुजुर्ग और उनकी पत्नी को डराया धमकाया और चुप रहने को कहा, जबकि तीसरे युवक ने बेड पर चढ़कर बुजुर्ग की पत्नी पर चाकू लगा उन्हें काबू में कर लिया और चौथे बदमाश ने किचन में घुसकर दूसरे नौकर को काबू में कर लिया।.

  _SHOW_MID_AD__

इस बीच एक बदमाश ने बुजुर्ग के जबड़े को खोलने की कोशिश की. शायद वो उनके मुंह में कपड़ा ठूंसना चाहता था, तभी हिम्मत दिखाते हुए बुजुर्ग ने बदमाश की अंगुलियां चबा ली. उसकी चीख निकल गई.

हड़बड़ाहट में दूसरे बदमाश ने बुजुर्ग पर गोली चला दी. गोली उनके नजदीक से गुजर गई और वह बाल-बाल बच गए.इसके बाद तीनों बदमाश भाग निकले. जैसे ही वह बाहर आए, चौथा बदमाश किचन से निकलकर भागा.

विनोद चौधरी ने पाया कि उनके दूसरे नौकर ललित के हाथ और मुंह कपड़े से बंधे हुए थे. उन्होंने उसके बंधन खोले. कुछ ही देर बाद कुत्ते को बाहर घुमाने गया तीसरा नौकर शिव भी आ गया.

इस घटना से बुजुर्ग दम्पत्ति बुरी तरह डर गया और मारे डर के उन्होंने पुलिस को सूचित तक नहीं किया. मामला सामान्य होने पर उन्हें अपने बिस्तर पर खून पड़ा देखा और अगले दिन रजाई में फंसी एक गोली भी मिली. इस बीच उनका बेटा आशीष कोलकाता से लौट आया और उसने थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment