एमसीडी चुनाव से पहले पहलवान तथा बाउंसरों पर नकेल कसने के लिए दिल्ली पुलिस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
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इसके तहत आपराधिक रिकार्ड वाले पहलवानों तथा बाउंसरों की सूची राजधानी के सभी थानेदारों और सीमावर्ती राज्यों की पुलिस को सौंपी जाएगी, ताकि एमसीडी चुनाव से पहले इन पहलवानों तथा बाउंसरों की व्यापक धरपकड़ की जा सके.
सूत्रों का कहना है कि 30 मार्च को होने वाले इंटरकोर्डिनेशन बैठक में एमसीडी चुनाव के दौरान मतदाताओं को रिझाने के लिए पड़ोसी राज्यों से लायी जाने वाली देशी शराब तथा मतदाताओं को डराने में इस्तेमाल की जाने वाली हथियारों की खेप को लेकर भी गहन चर्चा की जाएगी. इस बैठक में राजस्थान, यूपी तथा हरियाणा के कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के भाग लेने की संभावना है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अगले महीने होने वाले एमसीडी चुनाव में किसी प्रकार की हिंसा, मारपीट तथा वाद-विवाद न हो, इसके लिए दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने जिलेवार बैठकें अभी से शुरू कर दी हैं. राजधानी में तैनात सभी एसएचओ से कहा गया है कि वह अपने-अपने क्षेत्रो में रहने वाले ऐसे पहलवानों तथा बाउंसरों की सूची बनाएं, जिनके खिलाफ कोई न कोई आपराधिक मामला दर्ज है.
दिल्ली पुलिस को लगता है कि आपराधिक रिकार्ड वाले पहलवान तथा बाउंसर एमसीडी चुनाव में किसी खास उम्मीदवार के पक्ष में मतदाताओं को वोट देने के दबाव बनाने के दौरान गड़बड़ी फैला सकते हैं.
राजधानी से सटे यूपी के प्रमुख जिलों नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, गुड़गांव, सोनीपत, रोहतक व बहादुरगढ़ आदि जिलों के पुलिस कप्तानों तथा राजस्थान के अपराध शाखा को पत्र भेजा गया है, ताकि इन राज्यों से आने वाले बाउंसरों तथा पहलवानों की वहीं धरपकड़ की जा सके.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमसीडी चुनाव के दौरान मतदाताओं को रिझाने के लिए पड़ोसी राज्यों से मंगवाई जाने वाली देशी शराब तथा मतदाताओं को डराने-धमकाने में इस्तेमाल की जाने वाली हथियार की खेप को राजधानी की सीमाओं तक पहुंचने से रोकने के लिए सभी बार्डरों पर अतिरिक्त पुलिस बलों को तैनात किया जाएगा और इस काम में सीमावर्ती राज्यो की पुलिस की भी हरसंभव मदद ली जाएगी.
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