अगले साल से मध्य प्रदेश की प्राकृतिक ऊर्जा से चलेगी दिल्ली मेट्रो
सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में आने वाले शहर दिल्ली की जीवन रेखा ‘मेट्रो रेल’ अगले साल से मध्य प्रदेश की प्राकृतिक बिजली से संचालित होगी.
(फाइल फोटो) |
मध्य प्रदेश के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव ने बताया, ‘‘दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) और मध्य प्रदेश के रीवा जिले में दुनिया का सबसे अधिक 750 मेगावाट उत्पादन क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने वाली कंपनी के बीच बिजली खरीद का करार होने वाला है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले माह हमने सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की निविदा जारी की थी, इसमें शामिल होने वाले निविदाकर्ताओं की बैठक एक अप्रैल को दिल्ली में हो चुकी है. इस बैठक में डीएमआरसी के संचालक (विद्युत) एके गुप्ता भी शामिल हुए थे.’’
दिल्ली मेट्रो को प्राकृतिक बिजली से चलाने की बात ऐसे समय सामने आई है जब दिल्ली सरकार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिये कड़े उपाय उठाने पड़ रहे हैं. इनमें चार पहिया वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिये ‘सम-विषम नंबर योजना’ को भी लागू किया गया है.
श्रीवास्तव ने कहा कि मध्य प्रदेश डीएमआरसी को निश्चित रूप से प्राकृतिक बिजली की आपूर्ति करेगा और इस संबंध में कागजी कार्रवाई लगभग अंतिम चरण में है. उन्होंने कहा कि रीवा में सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना का काम जून वर्ष 2017 तक पूरा हो जायेगा.
मनु श्रीवास्तव, जो कि मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम (एमपीयूवीएन) के प्रबंध संचालक भी हैं, ने कहा कि भारतीय सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड और एमपीयूवीएन के संयुक्त उपक्रम रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्रोजक्ट के तहत रीवा जिले के गुढ़ तहसील बंधवार इलाके में 1500 हेक्टेयर भूमि पर यह प्राकृतिक सौर ऊर्जा का संयंत्र लगाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि विश्व बैंक इस संयंत्र के लिये 250 करोड़ रुपये दे रहा है.
उन्होंने कहा कि एक मेगावाट सौर ऊर्जा की स्थापना के लिये छह करोड़ रूपये का खर्च आता है.
फिलहाल दुनिया का सबसे अधिक 392 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता वाला संयंत्र अमेरिका में कैलिफोर्निया राज्य के मोजावे रेगिस्तान में स्थापित है.
एशिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन फरवरी 2014 में नरेन्द्र मोदी ने किया था जो उस समय प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार थे.
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