मेनका ने भी माना आंगनबाड़ी में बच्चों को अंडा परोसना उचित नहीं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आंगनवाड़ी में बच्चों को अंडा परोसे जाने का प्रस्ताव खारिज करने के कुछ माह बाद केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने भी बच्चों को अंडा परोसने के विरूद्ध मत व्यक्त किया है.
मेनका गांधी (फाइल फोटो) |
मेनका से जब इस संबंध में सवाल किया गया तो, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को अंडा परोसा जाना चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अंडे को कोल्ड स्टोरेज में सावधानी से रखने की जरूरत होगी. उन्हें खुले में बहुत दिनों तक नहीं रखा जा सकता, क्योंकि वे जल्द खराब हो जाते हैं.’’
मेनका ने कहा, ‘‘बच्चों की सेहत के साथ यह अन्याय होगा, यदि हम कोल्ड स्टोरेज की श्रृंखला कायम किए बिना उन्हें अंडा परोसते हैं.’’
उन्होंने कहा कि वह पहले ही राज्यों को इस बारे में अपनी चिंता से अवगत करा चुकी हैं, क्योंकि कुछ समय बाद अंडा बासी हो जाता है.
उन्होंने कहा कि भारी मात्रा में अंडों की खरीद भ्रष्टाचार को बढ़ावा भी देगी. दूसरे, अंडे में भारी मात्रा में कॉलेस्ट्रॉल होता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा कि अंडों को अगर लंबे समय तक रखा जाए, तो वे खराब हो जाते हैं और उसे परोसने से बच्चे बीमार हो सकते हैं.
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