गलत पहचान के चलते एमवायएच में कैदी की हत्या मामले में मास्टरमाइंड का आत्मसमर्पण
मध्य प्रदेश के इन्दौर में गलत पहचान के मामले में 36 वर्षीय विचाराधीन कैदी की अस्पताल में गोली मारकर हत्या के सनसनीखेज प्रकरण के मास्टरमाइंड ने सोमवार को थाने पहुंचकर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया.
(फाइल फोटो) |
इस आरोपी पर पुलिस ने 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रामजी ने बताया कि कैदी की हत्या के प्रकरण में हफ्ते भर से फरार चिंटू ठाकुर (32) ने संयोगितागंज पुलिस थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया. उससे सख्ती से पूछताछ की जा रही है. उसका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है.
उन्होंने बताया कि चिंटू पर आरोप है कि उसने महाराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवायएच) में भर्ती विचाराधीन कैदी जितेंद्र उर्फ जेडी की हत्या की साजिश के तहत 21 जुलाई को भाड़े के शूटर रितेश को डॉक्टर के हुलिये में भेजा था. लेकिन ऐन मौके पर अस्पताल में जेडी का पलंग बदल दिया गया और शूटर ने जेडी की जगह अन्य विचाराधीन कैदी रामदयाल (36) की गोली मारकर हत्या कर दी.
श्रीवास्तव ने बताया कि गलत पहचान के मामले में मारे गये रामदयाल पर हत्या का मुकदमा चल रहा था. उसे नजदीकी देवास जिले के कन्नौद जेल से इलाज के लिये एमवायएच लाया गया था.
एएसपी ने बताया कि जेडी, चिंटू के भाई पिंटू की वर्ष 2013 में की गयी हत्या के आरोपियों में शामिल है. जेडी को इंदौर के सेंट्रल जेल से इलाज के लिये एमवायएच लाया गया था.
उन्होंने कहा कि चिंटू ने अपने भाई के कत्ल का बदला लेने के लिये एमवायएच में जेडी की हत्या की कथित साजिश रची थी.
श्रीवास्तव ने बताया कि विचाराधीन कैदी के हत्याकांड की साजिश में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
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