दिल्ली से अगवा कानपुर के डाक्टर भार्गव को भोपाल से मुक्त
दिल्ली से अगवा कानपुर के डा. शक्ति भार्गव को दिल्ली पुलिस ने भोपाल से मुक्त करा लिया है.
Dr Shaktinath Bhargava (file photo) |
हालांकि शुरुआती पूछताछ में डा. भार्गव ने पुलिस को बताया है कि वह खुद किसी व्यक्तिगत कार्य से भोपाल गए थे. दिल्ली पहुंचने पर उनसे विस्तार से पूछताछ होगी, तभी मामले की पूरी जानकारी मिल पाएगी.
सूत्रों के अनुसार अभी यह अपहरण जैसा मामला नहीं प्रतीत हो रहा है. पुलिस के मुताबिक डाक्टर शक्ति भार्गव कानपुर के सिविल लाइन इलाके में परिवार के साथ रहते हैं. वह भार्गव नर्सिंग होम के मालिक व रीयल एस्टेट कारोबारी हैं. उनकी गिनती कानपुर के बड़े कारोबारियों में होती है. उनका कई लोगों से प्रॉपर्टी विवाद भी चल रहा है.
बताया गया है कि कानपुर के चुन्नी गंज में कुछ प्रॉपर्टी शक्ति की कंपनी ने खरीदी थी. जिस पर किसी दूसरे ताकतवर ग्रुप की भी नजर थी. लगभग सौ करोड़ की इस प्रॉपर्टी को लेकर ही उनका विवाद चल रहा है. इस प्रॉपर्टी को लेकर ही उन्होंने इलाहाबाद हाइकोर्ट में रिट दायर की थी.
याचिका खारिज होने पर इस मामले को वह सुप्रीम कोर्ट में दायर करने के लिए 15 जुलाई की सुबह श्रम शक्ति एक्सप्रेस से दिल्ली आए थे. यहां वह पहाड़गंज स्थित सिंह एम्पायर डिलेक्स होटल के कमरा नंबर-215 में ठहरे थे. 16 जुलाई की सुबह करीब सवा छह बजे वह होटल से बाहर निकले, तभी से वह लापता थे. उस दिन के बाद से भार्गव के तीनों मोबाइल बंद थे। उनकी पत्नी ने कई बार फोन पर सम्पर्क भी करने की कोशिश की लेकिन शक्ति से बातचीत नहीं हो सकी.
मामला कुछ संदिग्ध होने पर परिवार के लोग दिल्ली आ गए. जिन्होंने 17 जुलाई की शाम नबी करीब थाने में शक्ति के अगवा होने की बाबत मुकदमा दर्ज करवा दिया.
पुलिस की कई टीमें मामले की तहकीकात में लगी हुई थीं. डा. शक्ति को भोपाल से दिल्ली वापस लाया जा रहा है. उधर कानपुर में आईएमए अध्यक्ष डाक्टर आरती लालचंदानी ने बताया कि डाक्टर शक्ति भार्गव 16 जुलाई को ट्रेन से आगरा आ गये थे, जहां उन्होंने कुछ जमीन के सौदे किये. इसके बाद वह इटारसी चले गये थे, वहां भी उन्हें जमीन के सौदे करने थे.
उन्होंने अपने मोबाइल फोन क्यों बंद रखे और परिजनों से सम्पर्क क्यों नहीं किया, इसके बारे में डाक्टर चंदानी ने अनभिज्ञता जतायी है?
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