झारखंड में विस्थापन को लेकर खूनी झड़प, दो की मौत
झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड में निजी क्षेत्र के बिजली संयंत्र द्वारा विस्थापन का लाभ नहीं दिए जाने के खिलाफ ग्रामीणों के प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 24 घायल हो गए.
फाइल फोटो |
झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड में निजी क्षेत्र के बिजली संयंत्र द्वारा विस्थापन का लाभ नहीं दिए जाने के खिलाफ ग्रामीणों के प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 24 घायल हो गए.
सोमवार की घटना में घायल हुए लोगों में जिले के अधिकारी और कई पुलिसकर्मी भी हैं. ग्रामीणों ने कथित तौर पर सेनेगढ़ नदी में स्थित जलापूर्ति पण्राली और घटनास्थल पर मौजूद जिले के अधिकारियों को निशाना बनाया.
बाध्य होकर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा. पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि भगदड़ में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई.
पुलिस अधीक्षक एम तमिलवानन ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी कलेक्टर लैंड रिफॉर्म (डीसीएलआर) गोरांग महतो और प्रखंड विकास पदाधिकारी दिनेश प्रसाद सूरीन समेत जिले के अधिकारियों पर हमला किया. पुलिस गोलीबारी के बाद भगदड़ में कम से कम दो दर्जन लोग घायल हुए.
गौरतलब है कि इनलैंड पॉवर लिमिटेड (आईपीएल) की स्थापना करीब तीन साल पहले रामगढ के गोला स्थित टोनागातु में हुई थी. इस पॉवर प्लांट से अभी वर्तमान में करीब 60 मेगावाट बिजली की उत्पादन हो रही थी. इस प्लांट में नौकरी एवं विस्थापन जैसे गंभीर मुद्दे को लेकर विस्थापित लोग पिछले एक सप्ताह से आंदोलन कर रहे थे.
इनलैंड पावर, इनलैंड वर्ल्ड लॉजिस्टिक्स की एक इकाई है और इसकी परियोजनाओं में गोला के पास दो 63 मेगावाट कोयला आधारित विद्युत संयंत्र स्थापित करना शामिल है. मई 2014 से ही संयंत्र की 63 मेगावाट की पहली इकाई बिजली पैदा कर रही है. इसकी दूसरी इकाई 2017 से चालू होने वाली है.
Tweet |