लातेहार में 'स्कूल चलो' अभियान को ठेंगा दिखा रहे शिक्षक
झारखंड सरकार जहां एक ओर स्कूल चलो अभियान का नारा बुलंद कर रही है वहीं शिक्षा विभाग में गड़बड़ी की शिकायत आम हो गई है.
फाइल फोटो |
शिक्षक की लापरवाही से शिक्षा के मंदिर में ज्ञान के पाठ पढ़ाने कि बजाय बीड़ी पत्ता के गोदाम में तब्दील हो जाने से बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है.
सरकार ने लातेहार जिले के अति नक्सल प्रभावित गारू प्रखंड के डोराम गांव में बेहतर शिक्षा के लिए विद्यालय की स्थापना की थी. ताकि इस इलाके के बच्चे को शिक्षा से महरूम न होना पडे और बच्चे चल रहे नक्सली गतिविधियों से दूर रहे.
स्कूल परिसर में नक्सलियों की आर्थिक स्थिति मजबूती करने वाले गांव के ही एक दबंग सुरेश सिंह ने स्कूल परिसर में बीड़ी पत्ता रख दिया है. इस कारण स्कूल की पढ़ाई नहीं हो रही है और स्कूली बच्चे गांव में ही इधर-उधर घूमते नजर आते है.
बच्चों की बात माने तो शिक्षक की सहमति से सुरेश सिंह ने यहा बीड़ी पत्ता का गोदाम बना दिया है.
गौरतलब है यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित और गरीबी के कारण अभिभावक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में असमर्थ है.
इस मामले में लातेहार जिला के शिक्षा पदाधिकारी कारू दास ने बताया कि अगर इस तरह का काम शिक्षक ने किया है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. भल्रे ही सरकार इन क्षेत्रों में अच्छी शिक्षा को लेकर अभियान चला रही हो लेकिन एक जिम्मेदार शिक्षक इस तरह का काम करता है तो वह पूरे शिक्षा विभाग के लिए चिंता का विषय है.
Tweet |