छत्तीसग में पांच नक्सली गिरफ्तार, दो ने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस ने पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. वहीं दंतेवाड़ा जिले में एक महिला नक्सली समेत दो नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
(फाइल फोटो) |
सुकमा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के गादीरास थाना क्षेत्र के अंतर्गत पदामपारा कोंडरे गांव के करीब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जिला बल के संयुक्त दल ने पांच नक्सलियों पोड़ियामी जोगा (23), कुहरामी मुया (24), कलमू नंदा (22), रवा गंगा (35) और इडडो राजू (26) को गिरफ्तार किया है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गादीरास थाना क्षेत्र से सीआरपीएफ और जिला बल के संयुक्त दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था. दल जब सोमवार को पदामपारा कोंडरे गांव के करीब पहुंचा तब नक्सली वहां से भागने लगे. बाद में पुलिस दल ने घेराबंदी कर पांच नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया.
अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ आधार कार्ड बना रहे कर्मचारियों से लूटपाट करने और अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है.
उन्होंने बताया कि सभी आरोपी नक्सलियों को सोमवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया. जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.
वहीं दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने नक्सली सिंघा उर्फ दिनेश (24) और सोनी उर्फ सुक्की ने आत्मसमर्पण किया.
उन्होंने बताया कि सिंघा पर पांच लाख रूपए और सोनी पर दो लाख रूपए का ईनाम घोषित है. सिंघा मलांगिर एरिया कमेटी छात्र संगठन का कमांडर है और मलांगिर एरिया कमेटी का सदस्य है.
उन्होंने बताया कि माओवादियों ने वर्ष 2009 में सिंघा को नक्सली सदस्य बनाया था. तीन वर्ष काम करने के बाद सिंघा को वर्ष 2012 में मलांगिर एलओएस का सदस्य बनाया गया.
नक्सलियों के साथ काम करने के दौरान सिंघा की लगातार पदोन्नति होती रही और वर्ष 2015 में इसे एरिया कमेटी के सदस्य के रूप में पदोन्नत कर मलांगिर एरिया कमेटी के क्षेत्र में छात्रों को माओवादी संगठन से जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई.
अधिकारियों ने बताया कि सिंघा के खिलाफ वर्ष 2015 में किरन्दुल से चोलनार मार्ग पर एन्टीलैंड माईंस वाहन को बारूदी सुरंग विस्फोट कर क्षतिग्रस्त करने की घटना में शामिल होने का आरोप है. इस घटना में पांच जवान शहीद हुये थे और आठ अन्य घायल हुए थे.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सली सदस्य सोनी उर्फ सुक्की दरभा डिवीजनल कमेटी के डॉक्टर टीम की सदस्य है. वह वर्ष 2009 में नक्सली आंदोलन में शामिल हुई थी.
उन्होंने बताया कि दोनों नक्सलियों ने माओवादियों के खोखली विचारधारा, भेद-भाव पूर्ण व्यवहार एवं प्रताड़ना से तंग आकर आत्मसमर्पण किया है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसर्मित माओवादियों को राज्य शासन की पुर्नवास नीति के तहत तत्काल 10-10 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि दी गई.
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