भेदभाव से त्रस्त तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में एक नक्सली दंपति समेत तीन ईनामी नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.
(फाइल फोटो) |
बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र के कोंडागांव जिले में दो नक्सलियों ने और दंतेवाड़ा जिले में एक नक्सली ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि कोंडागांव पुलिस अधीक्षक के सामने आज आठ लाख रूपए के ईनामी नक्सली मनकू कचलाम और उसकी पत्नी और तीन लाख रूपए की ईनामी नक्सली अनीता ने आत्मसमर्पण किया.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी मिलिट्री कम्पनी नंबर पांच के नक्सली सदस्य मनकू कचलाम और उसकी पत्नी अनीता ने आंध्रप्रदेश के नक्सली कमाण्डरों द्वारा छत्तीसगढ़ के माओवादियों के साथ कथित भेदभाव से त्रस्त होकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है.
अनीता के खिलाफ पुलिस दल पर हमला, मतपेटी लूटने, स्कूल भवनों में तोडफोड, बारूदी विस्फोट करने समेत अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है.
मनकू ने बताया कि वह वर्ष 2008 से वर्ष 2013 तक नक्सलियों के मिलिट्री प्लाटून नम्बर पांच में सदस्य रहा है. मनकू और अनीता ने वर्ष 2011-12 में शादी की थी. बच्चा होने के बाद दलम में रहकर कार्य करने में परेशानी होने से और दलम में सम्मान न मिलने से दल को छोड़ कर आत्मसमर्पण करने का निश्चय किया है.
मनकू के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और पुलिस दल पर हमला समेत अन्य मामले दर्ज हैं.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बस्तर क्षेत्र के दंतेवाड़ा जिले में एक लाख रूपए के ईनामी नक्सली जनमिलिशिया कमांडर सुखराम कावड़े ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि कावड़े नारायणपुर जिले का निवासी है. वह अबूझमाड़ क्षेत्र में सक्रिय रहा है और वहां उसने कई घटनाओं को अंजाम दिया है.
आंध्रप्रदेश के नक्सली नेताओं द्वारा किए जा रहे भेदभाव के कारण कावड़े ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है.
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