लालू-नीतीश का एनडीए के खिलाफ मोर्चा, नीतीश के शपथ समारोह में शक्ति प्रदर्शन
लालू-नीतीश एनडीए के खिलाफ मोर्चा बनाने की तैयारी में हैं. नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में इसका साक्षात प्रदर्शन किया जाएगा. संभावना है कि नई सरकार 20 नवंबर को शपथ लेगी.
नीतीश कुमार |
नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जेडीयू और राजद भाजपा विरोधी दलों का शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में है.
उम्मीद है कि नई सरकार 20 नवंबर को शपथ लेगी और इस दौरान सोनिया गांधी, राहुल गांधी, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल को मुख्य अतिथि बनाया जा सकता है. ममता और केजरीवाल को बुलाकर लालू-नीतीश एनडीए के खिलाफ मोर्चा बनाने की तैयारी में है.
सूत्रों के मुताबिक समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शपथ में आने की पुष्टि की है.
इनके अलावा तमिलनाडु सीएम जयललिता, ओडिशा सीएम नवीन पटनायक समेत गैर राजग मुख्यमंत्रियों और पार्टी अध्यक्षों को बुलावा भेजा गया है. एक जेडीयू विधायक ने बताया कि नीतीश कुमार गांधी मैदान से शपथ लेंगे जहां पर 1974 में जयप्रकाश नारायण ने 1974 में संपूर्ण क्रांति का बिगुल फूंका था.
जेडीयू विधायक ने कहाकि शपथ ग्रहण समारोह का दिन पीएम नरेन्द्र मोदी के लिए संदेश होगा कि वह विकास के लिए काम करें न कि सांप्रदायिक और बांटने वाली राजनीति. जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने बताया कि इस दौरान सभी गैर एनडीए पार्टियां एकजुट होंगी.
सूत्रों के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार के साथ 36 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं. महागठबंधन के नेताओं के मुताबिक कैबिनेट में लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से 16 मंत्री, जद (यू) से 15 मंत्री व कांग्रेस से पांच मंत्री होंगे.
मालूम हो कि बिहार विधानसभा में 80 विधायक के साथ राजद सबसे बड़ी पार्टी है, जबकि 71 विधायकों के साथ नीतीश कुमार की पार्टी जदयू दूसरी बड़ी पार्टी है. इसके अलावा कांग्रेस के 27 विधायक हैं.
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