बिहार के चुनाव का राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव पड़ेगा: नीतीश

Last Updated 08 Nov 2015 08:26:25 PM IST

बिहार चुनाव परिणामों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव पड़ने पर बल देते हुए राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि परिणाम से यह स्पष्ट हो गया है कि लोग राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत विकल्प चाहते हैं.


लालू प्रसाद यादव के साथ नीतीश कुमार

बिहार विधानसभा चुनाव में भारी जीत के बाद पहली बार संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने स्पष्ट बहुमत के लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि बिहार के परिणाम से देश के मिजाज का पता चलता है. उन्होंने इस चुनाव को मील का पत्थर बताया.
   
उन्होंने कहा कि कटुता से भरे चुनाव अभियान के बावजूद वह किसी से शत्रुता नहीं रखेंगे और सकारात्मक सोच के साथ सबके साथ मिलकर काम करेंगे. उन्होंने बिहार की प्रगति के लिए केंद्र का सहयोग भी मांगा.
   
जदयू नेता ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले राजग द्वारा आक्रामक प्रचार किये जाने और चुनाव में ध्रुवीकरण के प्रयासों के बावजूद लोगों ने जो भारी जनादेश दिया है, इससे पता चलता है कि सभी वर्ग के लोगों की उनसे कुछ अपेक्षाएं हैं और उन्हें पूरा करने के लिए वह अपनी तरफ से भरपूर प्रयास करेंगे.
   
लगातार तीसरी बार बिहार के मुख्यमंत्री बनने जा रहे नीतीश कुमार ने यह कहते हुए केंद्र में मजबूत विपक्ष के लिए गैर भाजपाई दलों को एकसाथ आने का सुझाव दिया कि बिहार चुनाव का राष्ट्रीय महत्व है और अब जरूरी हो गया है कि वे एक मजबूत विकल्प देने के लिए साथ काम करें.
   
उनके साथ राजद प्रमुख लालू प्रसाद और बिहार कांग्रेस प्रमुख अशोक चौधरी भी थे.
   
कुमार ने कहा ‘‘बिहार चुनाव के नतीजों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव पड़ेगा क्योंकि देश भर की निगाहें इस पर टिकी थी. परिणाम से यह स्पष्ट हो गया है कि लोग राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत विपक्ष और मजबूत विकल्प चाहते हैं.’’
   
कुमार ने कहा ‘‘बहुत आक्रामक अभियान चलाया गया (भाजपा द्वारा) और एक खास तरह का माहौल बनाने की कोशिश की गयी. लोगों ने उसे खारिज कर दिया, ध्रुवीकरण के प्रयासों को अस्वीकार कर दिया और अपनी राय बता दी. यह भारी जनादेश है और विनम्रता के साथ हम सबको इसकी उम्मीद थी.’’
   
उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों के सहयोग के बिना इतनी बड़ी जीत मुमकिन नहीं थी.
   
कुमार ने कहा कि नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया के तहत जल्द ही महागठबंधन में शामिल दलों के विधायकों की अलग से और एकसाथ बैठक होगी. 
   
नयी सरकार की प्राथमकिताओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनके संयुक्त घोषणा पत्र में इनका उल्लेख पहले ही किया जा चुका है और समावेशी विकास की अपनी दृष्टि पर बल दिया.
   
कुमार ने कहा ‘‘प्रधानमंत्री सहित सभी लोगों ने हमें बधाई दी है. चुनाव के दौरान जो कुछ भी बिहार में हुआ हो लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि बिहार को केंद्र का समर्थन मिलेगा. यह जीत बिहार के लोगों के लिए है और लोगों ने ध्रुवीकरण के प्रयासों को नाकाम कर दिया है.’’
   
इस दौरान लालू ने कहा कि बिहार चुनाव के दूरगामी परिणाम होंगे.
   
लालू ने कहा ‘‘मैं अपनी लालटेन (राजद का चुनाव चिन्ह) लेकर देश में हर जगह जाऊंगा और देखूंगा कि भाजपा नेताओं द्वारा गोद लिये गये जिलों में क्या काम हुआ है.’’
   
लालू ने असहिष्णुाता को लेकर चल रही बहस और धार्मिक सहिष्णुता के महत्व को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिये गये सुझाव का जिक्र किया.
   
उन्होंने कहा ‘‘बराक ओबामा को गणतंत्र दिवस परेड के लिए आमंत्रित किया गया था. जाते समय उन्होंने कहा था कि रंग और धर्म के नाम पर समाज का बंटवारा ठीक नहीं है.’’
   
राजद प्रमुख ने कहा कि ओबामा ने अमेरिका जाने के बाद भी सरकार को याद दिलाते हुए कहा था कि अगर महात्मा गांधी भी होते तो इन चीजों को देखकर शर्मिंदा होते.




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