बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति जनगणना की घोषणा के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया और राज्य के लोगों से भी ऐसा करने का आग्रह किया।
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जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार जिले में प्रधानमंत्री के साथ मंच पर मौजूद थे, जहां से मोदी ने 5,900 करोड़ रुपये से अधिक की 28 विकास परियोजनाओं की शुरुआत की।
कुमार ने कहा, "जाति जनगणना का आदेश देना एक बड़ी बात है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं।"
उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए, "आप सभी कृपया उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करें।”
भीड़ ने तालियां बजाईं और दोनों नेताओं की प्रशंसा में नारे लगाए गए।
जाति गणना कुमार के लिए काफी महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है। इससे पहले उन्होंने राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों से इसके पक्ष में प्रस्ताव पारित करवाए थे।
भाजपा-जद(यू) गठबंधन कुछ महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता बरकरार रखना चाहता है। गठबंधन को राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वाम दलों के गठबंधन से मजबूत चुनौती मिलने की उम्मीद है, जो दावा कर रहे हैं कि जाति जनगणना की घोषणा सरकार पर उनके अथक दबाव का परिणाम है।
कुमार ने राजद का नाम लिए बिना उसके शासनकाल को लेकर उस पर निशाना साधा।
कुमार ने कहा, "जब तक हम सत्ता में नहीं आए थे, तब तक क्या सत्ता में बैठे लोगों को शासन की चिंता थी? कानून-व्यवस्था की स्थिति के कारण लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डरते थे। आज लड़के, लड़कियां और बहुत सारी महिलाएं बिना किसी डर के जी रही हैं जबकि पहले ऐसा नहीं होता था।"
उन्होंने राज्य को दी गई उदार सहायता के लिए मोदी सरकार की भी प्रशंसा की और विश्वास व्यक्त किया कि "केंद्र की मदद से बिहार नयी ऊंचाइयों को छुएगा।”
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