उप्र में विप चुनाव में 90 फीसदी मत पड़े

Last Updated 07 Jan 2010 09:31:22 PM IST


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 36 सीटों के लिए भारी सुरक्षा के बीच गुरुवार को शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हो गया। करीब 90 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। करीब 1 लाख 33 हजार मतदाताओं ने 193 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला मत पेटियों में बंद कर दिया। विधान परिषद के इन चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बजाए मत पत्रों का इस्तेमाल किया गया। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने गुरुवार को लखनऊ में बताया कि मतदान के प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा अभी नहीं मिल पाया है। देर रात तक ही यह आंकड़ा मिल पाएगा। मतदान अधिकारियों द्वारा बताया गया कि करीब 90 फीसदी मतदान हुआ है। सिन्हा ने बताया कि मतदान के लिए राज्यभर में कुल 923 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक जाकर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतों की गिनती आगामी 9 जनवरी को होगी। उन्होंने कहा कि मतदान शांतिपूर्ण रहा। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई। इन चुनाव में सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने सभी 36 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने 32, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने 23 और कांग्रेस ने 21 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था। 35 स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र की 36 विधान परिषद सीटों के लिए हुए इस चुनाव में स्थानीय निकाय के जनप्रतिनिधियों ने मतदान किया। विधान परिषद के जिन प्राधिकार क्षेत्रों के लिए चुनाव हुआ है उनमें रायबरेली, सीतापुर, खीरी, बहराइच, बाराबंकी, हरदोई, बदायूं, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, गोण्डा, फैजाबाद, देविरया, जौनपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, गाजीपुर, बांदा-हमीरपुर, झ्झ्झांसी-जालौन-ललितपुर, कानपुर-फतेहपुर, इटावा-फरूखाबाद, आगरा-फिरोजाबाद, मथुरा-एटा-मैनपुरी, अलीगढ़, बुलंदशहर, मेरठ-गाजियाबाद, आजमगढ़-मऊ, रामपुर-बरेली, पीलीभीत-शाहजहांपुर, मुरादाबाद-बिजनौर, बस्ती-सिद्धार्थनगर, मिर्जापुर-सोनभद्र, गोरखपुर-महराजगंज, बलिया, लखनऊ-उन्नाव, मुजफ्फरनगर-सहारनपुर शामिल हैं। मथुरा-एटा-मैनपुरी प्राधिकार क्षेत्र से दो प्रतिनिधि चुने जाते हैं। चुनावों के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने गुरुवार को लखनऊ में संवाददाताओं को बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए प्रांतीय सशस्त्र बल(पीएसी) की 53 कंपनियां तैनात की गई थीं। चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए करीब 100 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे। चुनावों में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए चुनाव आयोग द्वारा सभी मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई गई। विधान परिषद की कुल 100 में से जिन 36 सीटों के लिए चुनाव हो रहा हैं। इनमें सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास कोई सीट नहीं है। जबकि समाजवादी पार्टी(सपा) के पास 24, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के पास 6, राष्ट्रीय लोक दल(रालोद) के पास 2, कांग्रेस के पास एक और निर्दलियों के पास 3 सीटे हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक वर्तमान सदस्यों के सेवानिवृत्त होने के कारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद की इन 36 सीटों का कार्यकाल 15 जनवरी को समाप्त हो रहा है।



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