Manipur Violence: मणिपुर के हालात को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने CM बीरेन सिंह से की बात

Last Updated 04 May 2023 11:30:09 AM IST

मणिपुर के हालात पर केंद्रीय गृह मंत्रालय अपनी नजर बनाए हुए है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के ताजा हालात की जानकारी लेने के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से बात की है।


अमित शाह ने मुख्यमंत्री से बात कर मणिपुर की स्थिति का जायजा लिया।



सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार की तरफ से रैपिड एक्शन फोर्स की अतिरिक्त कंपनियों को राज्य में भेजा गया है। हिंडन एयर बेस से रैपिड एक्शन फोर्स के अतिरिक्त जवान वहां भेजे गए
हैं।

इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि राज्य में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं, जिसमें असम राइफल्स, केंद्रीय पुलिस बल और सेना के जवान भी शामिल हैं।

बताया गया है कि राज्य में सुरक्षा और सामान्य स्थिति बनाने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं।

बता दें कि बॉक्सिंग स्पर्धा की ओलंपियन  एमसी मैरी कॉम ने मणिपुर में हुई भयावह आगजनी की तस्वीरें ट्विटर पर शेयर कर अपने राज्य को बचाने की गुहार लगाई है।

बॉक्सर मैरी कॉम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से गुहार लगाते हुए ट्वीट किया है।  मैरी कॉम ने देर रात करीब ट्वीट कर लिखा, 'मेरा राज्य मणिपुर जल रहा है। कृपया मदद कीजिए।'

  

मणिपुर में हिंसा के लिए भाजपा की नफरत की राजनीति, सत्ता का लोभ जिम्मेदार- खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद गुरूवार को आरोप लगाया कि इस स्थिति के लिए भारतीय जनता पार्टी की नफरत एवं विभाजन की राजनीति तथा सत्ता का उसका लोभ जिम्मेदार है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वोत्तर के इस राज्य में सभी पक्षों को संयम बरतना चाहिए।

खरगे ने ट्वीट किया, "मणिपुर जल रहा है। भाजपा ने समुदायों के बीच दरार पैदा की है और इस खूबसूरत राज्य की शांति को भंग कर दिया है।'' उन्होंने आरोप लगाया, "भाजपा की नफरत और विभाजन की राजनीति तथा सत्ता का लोभ इस समस्या के लिए जिम्मेदार है।"

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "हम सभी पक्षों के लोगों से संयम बरतने और शांति को एक मौका देने की अपील करते हैं."

गौरतलब है कि इंफाल घाटी में वर्चस्व रखने वाले गैर-आदिवासी मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दर्जे की मांग को लेकर चुराचांदपुर जिले के तोरबंग इलाके में ‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर’ (एटीएसयूएम) द्वारा बुलाए गए ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान बुधवार को हिंसा भड़क गई।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मार्च में हजारों आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया, जिसके दौरान आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच झड़पें हुईं।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई बार आंसू गैस के गोले छोड़े। उन्होंने बताया कि उत्तेजित युवकों को इंफाल पश्चिम जिले के कांचीपुर और घाटी में पूर्वी इंफाल के सोइबाम लीकाई इलाकों में इकट्ठा होते देखा गया।

उन्होंने बताया कि स्थिति को देखते हुए गैर-आदिवासी बहुल इंफाल पश्चिम, काकचिंग, थौबल, जिरिबाम और विष्णुपुर जिलों तथा आदिवासी बहुल चुराचांदपुर, कांगपोकपी और तेंगनौपाल जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया।

अधिकारी ने बताया कि पूरे राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं पांच दिन के लिए निलंबित कर दी गईं हैं।

 

एजेंसियां/समय लाइव डेस्क
नई दिल्ली


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