संसद में हंगामा, विपक्ष का राज्यसभा से वॉकआउट

Last Updated 06 Feb 2018 03:52:38 PM IST

अलग-अलग मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक आज भोजनावकाश के बाद करीब दस मिनट के अंदर ही दोपहर तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.


(फाइल फोटो)

हंगामे की वजह से सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल दोनों नहीं हो पाये. उच्च सदन में कल भी शून्यकाल और प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गए थे. एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर उपसभापति पी जे कुरियन ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू करायी ही थी कि नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने विगत दो दिनों से भोजनावकाश से पहले की कार्यवाही नहीं हो पाने के चलते शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाने का मुद्दा उठाया. इस पर कुरियन ने कहा कि सदन का संचालन प्रक्रिया के नियमों के तहत ही होता है. अगर सदस्यों को कोई शिकायत है तो उन्हें सभापति के कार्यालय में उस पर बात करनी चाहिये.

इसके बाद तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने नियम 267 के तहत दिये गये दो नोटिस पर चर्चा कराने की मांग की. इसे कुरियन ने यह कहते हुये मानने से इंकार कर दिया कि इस मामले में सभापति पहले ही व्यवस्था दे चुके हैं इसलिये वह इस पर कुछ नहीं कर सकते. 

कुरियन ने कहा, ‘‘हम सभी की मंशा सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देने की है. किसी विषय विशेष पर हमारे मतभेद हो सकते हैं लेकिन इन्हें सभापति से मिल कर ही दूर किया जा सकता है.’’

उल्लेखनीय है कि आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद ब्रायन ने किसी राज्य के राज्यपाल का मुद्दा नियम 267 के तहत नोटिस देकर उठाने की कोशिश की थी. सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसकी अनुमित देने से इंकार कर दिया था. कुरियन द्वारा ब्रायन की बात नहीं सुनने के विरोध में विपक्षी सदस्यों ने सत्तापक्ष पर विरोधी स्वरों को दबाने का आरोप लगाया.

सपा सदस्य नरेश अग्रवाल ने राज्यसभा टीवी पर भी विपक्ष द्वारा उठाये गये मुद्दों का प्रसारण नहीं करने का आरोप लगाया. इस बीच सदस्यों के बढ़ते हंगामे के बीच आजाद ने कहा कि विपक्ष की आवाज सदन के बाहर भी दबाई जा रही है और अब सदन के अंदर भी. आजाद ने विपक्षी सदस्यों को उनकी बात रखने का मौका देने का अनुरोध करते हुये कहा कि अगर उन्हें बात रखने का अवसर नहीं दिया गया तो विपक्ष के सदस्य दिन भर के लिये सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करने को मजबूर होंगे.

कुरियन द्वारा इसकी अनुमित नहीं देने पर आजाद के साथ कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य सदन से बाहर चले गये. हंगामा बढ़ता देख कुरियन ने सदन कार्यवाही दोपहर तीन बजे तक के लिये स्थिगत कर दी. 

लोकसभा में TDP का हंगामा

लोकसभा में आज तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस सदस्यों ने आंधप्रदेश पुनर्गठन कानून को पूरी तरह से लागू करने, राज्य के लिए रेलवे जोन तथा अन्य मांगों को लेकर भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी.

संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में आंधप्रदेश आगे बढ़ रहा है और उनकी मांग प्रदेश के विकास को लेकर है. हम इन मांगों को लेकर संवेदनशील हैं. प्रधानमंत्री और हमारी सरकार आंधप्रदेश के विकास को लेकर संवेदनशील है और हम इस विषय को देखेंगे.

आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस सदस्य अपनी मांग पर जोर देते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. ये सदस्य आंधप्रदेश पुनर्गठन कानून को पूरी तरह से लागू करने, राज्य के लिए रेलवे जोन तथा कुछ अन्य मांग कर रहे थे. उनके हाथों में तख्तियां थी जिस पर आंधप्रदेश के साथ न्याय करने की मांग की गई थी. शोर शराबा के कारण सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल के दौरान 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पडी.

आंधप्रदेश पुनर्गठन कानून को लागू करने की मांग को लेकर सदन में हंगामा कर रहे तेदेपा सदस्यों की कांग्रेस के सदस्यों के साथ तीखी नोंकझोंक हुई. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में भाग लेने के लिए जब कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खडगे खडे हुए तो तेदेपा के सदस्य तख्तियां लेकर उनके आगे आ गये. इस पर कांग्रेस सदस्यों ने कड़ा ऐतराज जताया.

इसके कारण सदन की कार्यवाही 2:35 बजे 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गयी. 2:45 बजे कार्यवाही पुन: शुरू होने पर भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही और हंगामे के कारण अध्यक्ष ने कार्यवाही अपराह्न 3:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

आंध प्रदेश से तेदेपा सदस्यों ने ‘अपना वादा पूरा करो’ और ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगाए.

हंगामा कर रहे सदस्यों में तेदेपा सदस्य एन शिवप्रसाद बिल्कुल अलग अंदाज में दिखे. वह माला पहनकर करताल बजा रहे थे.

इससे पहले हंगामे की वजह से सुबह भी कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी थी.

हंगामे के बीच ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया और प्रश्नकाल पूरा हुआ. पूरे प्रश्नकाल के दौरान ये सदस्य अध्यक्ष के आसन के निकट खड़े होकर नारेबाजी करते रहे.

सदन में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत हुई. इस दौरान भी तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस सदस्य आसन के समीप नारेबाजी करते रहे. 
 

भाषा


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