‘ओखी’ ने तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में मचाई तबाही

Last Updated 01 Dec 2017 02:54:41 PM IST

तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप के संपूर्ण तटीय क्षेत्र में सक्रिय चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ के कारण भारी नुकसान हुआ है जिससे 2004 में आई भयंकर सुनामी जैसी आशंका उत्पन्न पैदा हो गई है.


तिरुवनंतपुरम में एक स्थानीय महिला फिलोमीना ने बताया, समुद्र में गए मेरे परिवार के सभी सदस्य गुरुवार सुबह से लापता हैं, एक दशक के बाद यह पहली बार है जब मैं इस तरह के भयंकर चक्रवाती तूफान का सामना कर रही हूं. स्थानीय लोगों के अनुसार गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए गए लगभग 200 से अधिक मछुआरे अभी तक वापस नहीं लौटे हैं. इसी बीच, समुद्र से वापस लौटे 20 मछुआरों के एक समूह ने प्रशासन पर राहत और बचाव कार्य को देरी से शुरू करने का आरोप लगाया और वेट्टुकड़ में मछुआरों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया.

केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने भी चक्रवाती तूफान ओखी के कारण प्रभावित तटीय क्षेत्र का दौरा किया. चांडी ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात की और मामले की गंभीरता को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए कहा है.

राज्य की मत्स्य पालन मंत्री मर्सीकुट्टी अम्मा ने कहा कि मछुआरों को चक्रवाती तूफान की चेतावनी की सूचना पहले ही दे दी गयी थी. अम्मा के अनुसार नौसेना और तटरक्षक बल ने लगभग 70 मछुआरों का पता लगा लिया गया है और उन्हें बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. उन्होंने बताया कि नौसेना और तटरक्षक बल ने आज सुबह लगभग 33  मछुआरों को बचा लिया.

कोल्लम से प्राप्त एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार लगभग 20 मछुआरे लापता हैं जिनका पता लगाने के लिए राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है. 

चक्रवाती तूफान ओखी के कारण मुल्लापेरियार बांध का जलस्तर 127.9 फीट तक बढ़ गया है.

तमिलनाडु: मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख सहायता

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने कन्याकुमारी जिले में ओखी तूफान में मारे गए पांच लोगों और बारिश जनित घटनाओं में मारे गये चार अन्य लोगों के परिजनों को आज चार-चार लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की.

कन्याकुमारी में कल शाम जब तूफान केरल से लक्षद्वीप की ओर बढ़ रहा था तो उसी दौरान तेज आंधी के कारण एक पेड़ के गिरने से राजेंद्रन, कुमारेसन, अलेक्जेंडर, सरस्वती और विमल सिंह की मृत्यु हो गयी थी.

मुख्यमंत्री ने इसके अलावा अरियालुर जिले में गत 27 नवंबर को खेत में काम करने के दौरान बिजली गिरने से मारे गए उन्नमलाई, सेंथामीझसेल्वी, अंजली और कन्नुस्वामी के परिजनों के लिए भी सहायता राशि देने का एलान किया.

पलानीस्वामी ने इन लोगों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए सभी के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने प्रत्येक परिवार को राज्य आपदा राहत कोष से चार लाख रुपये की अलग से मदद देने का भी ऐलान किया.

वार्ता


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