एम्ब्रेयर सौदा : सीबीआई ने विपिन खन्ना को आरोपी बनाया

Last Updated 21 Oct 2016 05:57:58 PM IST

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने कहा कि 2008 में तीन एम्ब्रेयर विमानों की खरीद के लिए 20.8 करोड़ डॉलर के सौदे में कथित रिश्वतखोरी के मामले में उसने ब्रिटेन के हथियार डीलर विपिन खन्ना तथा दो विदेशी कंपनियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.




सीबीआई (फाइल फोटो)

सीबीआई के प्रवक्ता देवप्रीत सिंह ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया, "हमने ब्राजील की एमब्रेयर कंपनी से ईएमबी-145 विमान खरीदने से संबंधित मामले में विपिन खन्ना, दो विदेशी कंपनियों तथा कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है."

अधिकारी ने कहा कि सीबीआई ने गुरुवार को दिल्ली में विभिन्न जगहों की तलाशी ली.

सीबीआई सूत्रों ने कहा कि ब्रिटेन में रहने वाले एनआरआई विपिन खन्ना का नाम एक अन्य रक्षा सौदे में भी है, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है. साल 2006 में हुए तेल के बदले अनाज घोटाले में सीबीआई खन्ना से पूछताछ कर चुकी है. इस घोटाले में उनके बेटे आदित्य खन्ना का नाम मुख्य फायदा लेने वाले में है.

विपिन खन्ना (87) पर एम्ब्रेयर सौदे में कथित तौर पर 60 लाख डॉलर की रिश्वतखोरी का आरोप है. आरोप है कि उन्हें भुगतान ऑस्ट्रिया तथा स्विट्जरलैंड के रास्ते किया गया था.

ब्राजील के प्रमुख समाचारपत्र \'फोल्हा दे साओ पाउलो\' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के साथ एम्ब्रेयर सौदा पक्का कराने के लिए एम्ब्रेयर ने खन्ना को कथित तौर पर कमीशन का भुगतान किया.



एम्ब्रेयर द्वारा विभिन्न ठेके पाने के लिए एक एजेंट की सहायता लेने के आरोपों को लेकर रक्षा मंत्रालय के एक संदर्भ पर सीबीआई ने मामले में 17 सितंबर को प्रारंभिक जांच दर्ज की थी.

सूत्रों ने कहा कि एम्ब्रेयर विमान सौदे में अनियमितता दर्शाने के लिए पर्याप्त सबूत जुटाने के बाद एजेंसी ने प्रारंभिक जांच को एक प्राथमिकी में तब्दील कर दिया.

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 2008 में भारतीय वायु सेना के लिए स्वदेशी एयरबोर्न अर्ली वार्निग एंड कंट्रोल सिस्टम बनाने के लिए तीन ईआरजे-145 विमानों की खरीद को लेकर एम्बेयर के साथ समझौता किया था. यह सौदा 20.8 करोड़ डॉलर में हुआ था.

इस सौदे के तहत पहला विमान 2011 में सुपुर्द किया गया और अन्य दो विमान 2013 में सौंपे गए.

 

आईएएनएस


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