कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई अमरनाथ यात्रा, जम्मू से पहला जत्था रवाना
जम्मू कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने के आधार शिविर यात्री निवास से हरी झंडी दिखाकर अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना किया.
फाइल फोटो |
सिंह ने शुक्रवार को तड़के पांच बजकर पांच मिनट पर श्रद्धालुओं के पहले बस को रवाना किया. यहां से आखिरी बस पांच बजकर 25 मिनट पर रवाना किया गया.
राज्य परिवहन निगम की तीन बसों समेत कुल 33 गाड़ियां श्रीनगर के लिए रवाना हुई. इस पहले जत्थे को शनिवार को श्रीनगर से बाबा बर्फानी गुफा के लिए रवाना किया जाएगा.
सिंह ने कहा श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से सभी प्रकार के इंतेजाम किए गए हैं. देश के विभिन्न हिस्सों से अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की सुविधाएं देने के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है. इस अवसर पर सांसद जुगल किशोर तथा राज्य की मंत्री प्रिया सेठी भी मौजूद थी.
बाबा बफार्नी के दर्शन के लिए 1282 श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना किया गया. इसमें 900 पुरुष, 225 महिलाएं, 13 बच्चे, 144 पुरुष साधु तथा एक साध्वी शामिल हैं.
देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालु ‘बम-बम भोले’ का जयघोष करते हुए और भजन गाते हुए पहलगाम और बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुए. वहां से शनिवार को ये लोग 3888 मीटर ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा के लिए रवाना होंगे.
राज्य कश्मीर घाटी में आतंकी हमलों की बढ़ी हुई घटनाओं और सुरक्षा बलों पर हमलों से जूझ रहा है. ऐसे में सुरक्षा प्रतिष्ठान के सामने अमरनाथ यात्रा के दौरान किसी अप्रिय घटना को रोकना और यात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाना एक बड़ी चुनौती है.
बीते 25 जून को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में और पूर्वोत्तर सोनमर्ग में स्थित दो मार्गों पर केंद्रीय अर्धसैन्य बलों के 12,500 और राज्य पुलिस के 8000 जवान तैनात किए जाएंगे.
अमरनाथ यात्रा के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों एवं स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह कश्मीर की दो दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं. वह गुफा में हिम शिवलिंग के प्रथम दर्शन में हिस्सा ले सकते हैं.
पर्यटन राज्य मंत्री प्रिया सेठी और भाजपा के सांसद जुगल किशोर के साथ खड़े निर्मल सिंह ने कहा कि राज्य सरकार और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने लाखनपुर से अमरनाथ गुफा तक श्रद्धालुओं के लिए रहने-खाने, चिकित्सा और अन्य सुविधाओं के इंतजाम किए हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस और अन्य एजेंसियों ने श्रद्धालुओं को हर तरह की जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए विशेष पूछताछ केंद्र स्थापित किए हैं. यहां दी जाने वाली जानकारी में मौसम की स्थितियों से जुड़ी सूचनाओं को विशेष महत्व दिया जाएगा.
सुरक्षा के इंतजामों को पुख्ता करते हुए जम्मू स्थित बेस कैंप में हवाई सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए ड्रोन लगाए गए हैं.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कई नई इलेक्ट्रॉनिक निरीक्षण पण्रालियों को सुरक्षा व्यवस्था में शामिल किया गया है.
भगवती नगर बेस कैंप की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ ड्रोनों का इस्तेमाल करेगी और कैंप में एक निरीक्षण केंद्र बनाया गया है. अधिकारी ने कहा, ‘इसके अलावा बेस कैंप के अंदर और आसपास सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहेंगे.’
Tweet |