ओम का उच्चारण विवाद का विषय नहीं: आचार्य बालकृष्ण
पतंजलि योग सेवा संस्थान के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि ओम का उच्चारण विवाद का विषय नहीं है. किसी को भी इसका विरोध नहीं करना चाहिए.
आचार्य बालकृष्ण (फाइल फोटो) |
उन्होंने कहा कि 21 जून को विश्व योग दिवस पर देशभर में ओम शब्द के उच्चारण के साथ योग शिविर लगाये जाएंगे तथा योग और प्राणायाम के बारे में जानकारी दी जाएगी.
बालकृष्ण ने कुछ लोगों की ओर से ओम शब्द के उच्चारण के विरोध करने पर कहा कि यह किसी देवी, देवता या किसी प्रतिमा व मंदिर का नाम नहीं है. इसके उच्चारण से मस्तिष्क में एक ऊर्जा का संचार होता है. यह विवाद का विषय नहीं है और किसी को भी इसका विरोध नहीं करना चाहिए.
शनिवार को जैसलमेर के भादरिया गांव में प्रवास के दौरान उन्होंने कहा कि ओम शब्द का उच्चारण सभी को करना चाहिए. यह भी एक प्रकार का योग है.
इससे पहले आचार्य बालकृष्ण ने गांव में जगदंबा सेवा समिति की ओर से संचालित गौशाला का निरीक्षण किया तथा गौशालाओं की व्यवस्थाओं को देखा.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गाय देश की संस्कृति की जनक और पोषक है. इसे बचाना भारतीय संस्कृति को बचाना है.
उन्होंने कहा कि पशुपालकों को अच्छी नस्ल की प्रतिदिन 20 से 30 किलो दूध देने वाली गाय पालनी चाहिए, ताकि दूध, गोमूत्र, गोबर और घी से इतनी आमदनी हो कि गाय के पशुचारे की व्यवस्था होने के बाद भी पशुपालक को अच्छी आमदनी हो सके.
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