इंडोनेशिया के बाली से पकड़कर भारत में प्रत्यर्पित करके लाए गए अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को उच्च सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल में भी जान का खतरा है.
(फाइल फोटो) |
यह जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि भगोड़े डॉन दाउद इब्राहिम के करीबी सहयोगी छोटा शकील के सेलफोन से कथित तौर पर एक एसएमएस तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी को भेजा गया था. इसमें छोटा राजन को जान से मारने की धमकी दी गई थी.
सूत्रों के मुताबिक यह एसएमएस तिहाड़ के कानून अधिकारी सुनील गुप्ता को भेजा गया था. इसमें छोटा राजन का जल्द ही ‘द एंड’ करने की धमकी दी गई थी.
एसएमएस के बाद तिहाड़ के लैंडलाइन नंबर पर फोन कॉल आया था. इसके बाद राजन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस को धमकी भरी कॉल के बारे में भी सूचित किया गया है. ‘हाजी छोटा शकील’ की ओर से आए संदेश में लिखा गया था, \'तुम कब तक इस मरे हुए सुअर को मौत से बचाओगे? जल्द ही मैं उसका खात्मा कर दूंगा.\'
विशेष प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने तिहाड़ के एक अधिकारी को संदेश मिलने की पुष्टि की लेकिन उन्होंने इससे ज्यादा कुछ नहीं बताया. गुप्ता को बीते वर्ष 24 नवंबर की सुबह एसएमएस मिला था. उसके बाद वह इस बात को उच्च अधिकारियों के ध्यान में लेकर आए. उन्होंने अपने लिए और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की. अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. कुल 27 साल तक फरार रहने के बाद छोटा राजन को इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस पर 25 अक्तूबर को इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तार किया गया था.
छोटा राजन को प्रत्यर्पित करके 6 नवंबर को भारत लाया गया था ताकि दिल्ली और मुंबई में उसके खिलाफ विभिन्न आपराधिक मामले चलाए जा सकें.
नई दिल्ली में एक स्थानीय अदालत ने छोटा राजन को 14 दिवसीय न्यायिक हिरासत में भेज दिया था और 19 नवंबर को उसे उच्च सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया था. राजन एक समय पर दाउद का विश्वसनीय रहा है. उसे हत्या, उगाही और नशीले पदार्थों की तस्करी के 70 से ज्यादा मामलों में मुकदमों का सामना करने के लिए देश लाया गया है.
छोटा राजन को भारत लाए जाने के बाद से विभिन्न जांच एजेंसियां उससे पूछताछ कर चुकी हैं. वह भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकी दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के बीच के रिश्तों को साबित किया जा सकता है.
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