मायावती ने राज्यसभा में की अगड़ों को आरक्षण देने की वकालत

Last Updated 30 Nov 2015 06:28:51 PM IST

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सोमवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के अंतिम दिन बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष सुप्रीमो मायावती ने कहा कि अगड़ी जातियों के लोगों को भी आरक्षण मिलना चाहिए.




मायावती (फाइल फोटो)

उनकी छवि दलितों के नेता की रही है, ऐसे में उनका अगड़ी जीतियों के लिए आरक्षण की मांग करने से सभी हतप्रभ है. संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन बसपा नेता राज्यसभा मे बोल रही थी, तभी उन्होने इतना बड़ा बयान दे डाला.

मोदी पर आरक्षण के तीर से निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि अगड़ी जाति के लिए आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की घोषणा पीएम मोदी ने क्यों नहीं की.

प्रधानमंत्री 27 नवंबर के अपने भाषण में यदि ये घोषणा करते तो ये अंबेडकर के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होती. बिना किसी पार्टी का पक्ष लिए आगे वो बोली कि भाजपा और कांग्रेस उन्हें सीबीआई के बहाने फँसा रही थी. लेकिन वो बाबा साहेब के मूल्यों के आधार पर सरकार चला रही थी.

BSP प्रमुख ने इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अगड़ी जाति को आरक्षण देने की घोषणा क्यों नहीं की. उन्होंने कहा, अगर 27 सिंतबर को पीएम यह घोषणा करते तो यह डॉ. भीमराव अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होती.

इसके अलावा मायावती ने बीजेपी के कुछ नेताओं पर भी निशाना साधा और कहा, पीएम तो विदेश दौरों पर भगवान बुद्ध के मानवता और शांनि संदेश की बात करते हैं, लेकिन उनके मंत्रीमंडल के साथी यहां उनके विपरीत व्यवहार करते हैं.

मायावती ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और उसके नेताओं से भी काफी निराशा जताई.

भगवान बुद्ध की चर्चा करते हुए मायावती ने कहा कि भगवान बुद्ध ने मानवता और शांति संदेश दिया, एक ऐसा संदेश जिसकी हमें आज सबसे ज्यादा जरूरत है.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जब विदेश दौरों पर होते हैं तो बौधित्व की बातें करते हैं लेकिन देश में प्रधानमंत्री के साथियों के काम भगवान बुद्ध की शिक्षाओं के बिल्कुल विपरीत होते हैं.




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