एफटीआईआई: राहुल गांधी के बयान पर तिलमिलाई भाजपा
बीजेपी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि मोदी सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे जुड़े संगठनों के लोगों को अहम पदों पर बिठा रही है.
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव |
गांधी ने आज पुणे में भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के आंदोलनकारी छात्रों से मुलाकात के बाद कहा कि एक ऐसे व्यक्ति को संस्थान के अध्यक्ष पद पर बिठा दिया गया है जो इसके लिए योज्ञ नहीं है. एफटीआईआई के छात्र संस्थान के अध्यक्ष के तौर पर गजेन्द्र चौहान के साथ चार अन्य सदस्यों की नियुक्ति के खिलाफ 12 जून से आंदोलन कर रहे हैं. उनका आरोप है कि इन सभी की विश्वसनीयता संदिग्ध है. उन्हें इसलिए नियुक्त किया गया है कि वे आरएसएस और भाजपा से जुड़े हुए हैं.
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि वह गांधी से पूछना चाहते हैं कि किस योज्ञता के आधार पर कांग्रेस ने उन्हें उपाध्यक्ष बनाया और अब अध्यक्ष बनाने की तैयारी कर रही है. वह औसत से भी नीचे के स्तर के नेता हैं. दूसरों पर आरोप लगाने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिये. पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि गांधी को तो ख्वाब में भी आरएसएस दिखता है.
भाजपा सांसद और मशहूर अभिनेता परेश रावल ने कहा कि आखिरकार गांधी को बात करने के लिए कोई मुद्दा तो मिला. अगर छात्र चौहान को एक पार्टी कार्यकर्ता मानते हैं तो क्या वे गांधी को फिल्ममेकर मानते हैं. पार्टी की एक अन्य सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि गांधी को अपनी जिंदगी में अपनी मर्जी से कितने प्रिंसिपल मिले थे.
आरएसएस के विचारक एम जी वैद्य ने गांधी के बयान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि भगवाकरण में क्या बुराई है. यह बलिदान और देशभक्ति का रंग है.
Tweet |