योगेंद्र यादव का पार्टी छोड़ने से इनकार
गांधी ने कहा, ‘मैं योगेंद्र और प्रशांत का पीएसी से बाहर रखने पर सहमत था, लेकिन जिस तरह से और जिस भावना से यह प्रस्ताव लाया गया वो अस्वीकार्य था.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेन्द्र यादव |
ऐसे में मैने अनुपस्थित रहने का फैसला किया.’ इस बीच, बृहस्पतिवार सुबह संवाददाताओं के साथ बातचीत में यादव ने गांधी के ब्लॉग पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्होंने उसे पढ़ा.
उन्होंने पार्टी छोड़ने की संभावनाओं से इनकार किया और कहा कि समर्थकों को ‘विश्वास और भरोसा है.’
उन्होंने कहा, ‘स्वराज, लोकतंत्र, नैतिकता और सम्मान के सिद्धांतों के लिए मैं लगातार काम करता रहूंगा.
यह आप में उम्मीद खोने का समय नहीं है.’
नेताओं में विश्वास की कमी
गांधी ने कहा, ‘पार्टी के कामकाज में ऐसे मतभेद हैं जिसे नहीं सुलझाया जा सकता और एके (केजरीवाल), पीबी (भूषण) और वाईवाई (यादव) के बीच में विश्वास की कमी है. योगेंद्र ने कहा कि वह जानते हैं कि काम करने में मुश्किल होने के कारण अरविंद उन्हें पीएसी में नहीं रखना चाहते हैं.
वह और प्रशांत पीएसी से बाहर रहेंगे, लेकिन उन्हें बाहर नहीं किया जाना चाहिए. ऐसे में उनके द्वारा दो फार्मूले पेश किए गए.’ मयंक गांधी ने कहा, ‘पीएसी का पुनर्गठन किया जाना चाहिए और मतदान के जरिए नए पीएसी के सदस्यों का चुनाव किया जाना चाहिए.
पीबी और वाईवाई अपनी दावेदारी पेश नहीं करेंगे. पीएसी अपने वर्तमान स्वरूप काम जारी रखेगी और वाईवाई एवं पीबी किसी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे.’
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