अमिताभ बच्चन ने पिता हरिवंश राय बच्चन को उनकी 107वीं जयंती पर किया याद
बॉलीवुड मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने अपने पिता कवि हरिवंश राय बच्चन को उनकी 107 जयंती पर श्रद्धांजलि दी और उन्हें अनोखी प्रतिभा बताया.
अमिताभ बच्चन (72) ने अपने पिता की साहित्य यात्रा को अपने ब्लॉग पर याद किया.
उन्होंने लिखा, ‘‘(हरिवंश राय बच्चन) अनोखी प्रतिभा.. अक्षरों, शब्दों, विचारों और कई अज्ञात कृतित्वों के धनी व्यक्ति. भयंकर गरीबी में जन्म और पालन पोषण हुआ. महज 20 रूपए प्रतिमाह कमाकर अपनी जीविका चलाते थे लेकिन बाद में साहित्यिक जगत में कुछ असाधारण लेखन किया.’’
अमिताभ ने लिखा, ‘‘हिंदी में सैकड़ों और सैकड़ों कविताएं, 70 से अधिक पुस्तकें लिखीं, हालांकि वह इलाहाबाद में अंग्रेजी साहित्य पढ़ाते थे. आकाशवाणी तथा फिर विदेश मंत्रालय में विशेष कार्याधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दीं. राज्यसभा के लिए नामित हुए.’’
सदाबहार स्टार ने कहा कि उनके पिता प्रशंसकों से मिली हर चिट्टी का जवाब देते थे. वह अनुशासनप्रिय थे. उनमें दृढ़ इच्छाशक्ति, विनम्रता थी.
अमिताभ ने याद करते हुए अपने पिता के बारे में लिखा, ‘‘पत्र लिखने में माहिर, अगर आप उन्हें पत्र लिखें तो वह व्यक्तिगत रूप से उसका जवाब देते थे. पत्र लिखने वाला चाहे कोई हो वह पोस्टकार्ड पर उसका एक पंक्ति का जवाब जरूर देते थे. हर दिन सैकड़ों कार्ड और उसके बाद वह खुद उन्हें नजदीकी लेटर बॉक्स में पोस्ट करने जाते थे.’’
अमिताभ ने बताया कि उनके पिता को हमेशा यह लगता था अमिताभ के रूप में उनके (हरिवंश के) पिता ने दोबारा जन्म लिया है.
इस सिलसिले में अमिताभ बच्चन ने अपने जन्म से पहले की एक घटना का जिक्र करते हुए लिखा, ‘‘मैं अपनी मां के गर्भ में था और प्रसव का समय नजदीक आ गया था. एक रात उन्हें सपना आया, सपने में उनके पिता आए और उनसे कहा, जागो और मेरी मां (उनकी पत्नी) को सहारा दो क्योंकि उसका प्रसव होने वाला है और एक बेटा पैदा होने वाला है, जब वह उठे तो उन्होंने मेरी मां को बिस्तर पर नहीं पाया, वह प्रसव पीड़ा से कराहती हुईं वाशरूम गयी थीं. कुछ ही घंटे बाद मेरा जन्म हुआ.’’
हरिवंश राय बच्चन का 18 जनवरी, 2003 को 96 साल की अवस्था में निधन हुआ था.
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