भड़काऊ भाषण मामला: कोलकाता HC ने लिया एक्शन, तापस पाल की होगी सीआईडी जांच
कोलकाता हाई कोर्ट ने सख्त एक्शन लेते हुए तृणमूल सांसद तापस पाल पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में 72 घंटे के भीतर केस दर्ज करने का आदेश दिया है.
तापस पाल पर कोलकाता HC सख्त, होगी CID जांच (फाइल फोटो) |
कोर्ट ने कहा कि तापस पाल के अपने विरोधी दल लेफ्ट के कार्यकर्ताओं की महिलाओं का बलात्कार करने वाला बयान आपत्तिजनक है.
कोर्ट का कहना है कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करके कोर्ट को प्रगति रिपोर्ट एक सितंबर को अगली सुनवाई के दौरान दी जाए.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पार्टी के सांसद तापस पाल के आपत्तिजनक बयान के मामले में कोर्ट ने सीआईडी को जांच करने को भी कहा है.
गौरतलब है कि जुलाई के पहले सप्ताह में तापस पाल का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह तृणमूल कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.
अपने संबोधन में पाल कार्यकर्ताओं को लेफ्ट के खिलाफ उकसाते हुए सुनाई दे रहे हैं. अपने बयान में वह कह रहे हैं कि अगर लेफ्ट के लोग उनके कार्यकर्ताओं की हत्या करते हैं या फिर उन्हें डराते हैं तब वह उन्हें छोड़ेंगे नहीं.
पाल का कहना था कि वह अपने कार्यकर्ताओं को छूट देंगे कि वह लेफ्ट के कार्यकर्ताओं की महिलाओं का रेप करें. पाल का यह बयान एक स्मार्टफोन में रिकॉर्ड हुआ था.
वहीं अपने बयान की चारों तरफ हुई निंदा के बाद पाल ने अपने बयान पर माफी मांगी थी और कहा कि उनकी बात को गलत समझा गया.
इस बयान की निंदा के बाद ममता बनर्जी ने अपने सांसद को चेतावनी तो दी लेकिन पार्टी से निकाला नहीं था.
मीडिया के प्रश्न पर ममता बनर्जी ने कहा था कि जो भी कदम इस मामले में उठाए जाने थे वह उठाए गए हैं. गुस्साई ममता ने ये भी कहा था कि आप क्या चाहते हैं कि मैं उन्हें मार डालूं.
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