फलस्तीनियों की जान बचाने के लिए कदम उठाएं प्रणब मुखर्जी : मुस्लिम संगठन
मुस्लिम संगठनों ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मांग की है वह इजरायल के गाजा में चलाए जा रहे सैन्य अभियान से फलस्तीनियों की जान बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठाएं.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (फाइल फोटो) |
इजरायल सेना द्वारा गाजा में किए जा रहे हमलों के विरोध में मध्य प्रदेश के मुस्लिम संगठनों ने गुरुवार को भोपाल में धरना-प्रदर्शन किया और बाद में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के नाम पर एक ज्ञापन भोपाल के अनुविभागीय दंडाधिकारी को सौंपा.
यह धरना मुस्लिम संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को शहर के इकबाल मैदान में आयोजित किया था और इसमें मुख्य वक्ता ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य आरिफ मसूद थे.
मसूद ने इजरायल द्वारा गाजा में चलाए जा रहे सैन्य अभियान की कड़ी निन्दा की और फलस्तीन के लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की.
उन्होंने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि वह इजरायल सेना द्वारा फलस्तीनी लोगों पर किए जा रहे हमलों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाएं. उन्होंने कहा कि इजरायल का मुख्य उद्देश्य फलस्तीनियों का सफाया करना है और वह (इजरायल) गाजा पट्टी पर अवैध रूप से कब्जा करना चाहता है.
गौरतलब है कि हमास के रॉकेट हमलों को रोकने और उसके जमीनी ढांचे को तबाह करने के मकसद से इजरायल द्वारा गाजा में चलाए जा रहे सैन्य अभियान में पिछले 18 दिनों के संघर्ष में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या 800 से अधिक हो गई है, जिनमें निर्दोष बच्चे एवं महिलाएं भी शामिल हैं.
धरनास्थल पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक और ज्ञापन भोपाल के अनुविभागीय दंडाधिकारी को सौंपा, जो लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के नाम दिया गया.
इस ज्ञापन में सुमित्रा से अनुरोध किया गया है कि वह उन शिवसेना सांसदों को दंडित करे, जिन्होंने महाराष्ट्र सदन में पिछले सप्ताह एक रोजेदार को कथित तौर पर जबरदस्ती रोटी खिलाकर उसका रोजा तोड़ा था.
मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने इस घटना को धर्मनिरपेक्षता पर हमला बताते हुए कहा कि यह भारतीय संस्कृति का अपमान है और शिवसेना के सांसदों का यह कार्य \'अक्षम्य\' है.
इस मौके पर मसूद के अलावा शिया नेता, जमायत-ए-उलेमा हिन्द, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और कई अन्य मुस्लिम समुदाय के संगठनों के नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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