नेपाली सांसदों को बच्चों की हिफाजत करनी चाहिए सत्यार्थी
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने नेपाली सांसदों से बच्चों की हिफाजत करने की अपील की.
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी (फाइल फोटो) |
उन्होंने सांसदों से देश के नये संविधान में बाल अधिकारों के लिए और अधिक प्रावधान करने को कहा. नेपाल में 16 लाख से ज्यादा बाल मजदूर हैं.
नेपाली संसद को संबोधित करते हुए सत्यार्थी ने कहा, \'\'बच्चों की स्वतंत्रता, गरिमा, शिक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है.\'\' उन्होंने देश में तैयार हो रहे नये संविधान के मसौदे में सांसदों से बाल अधिकारों को संजोने को कहा.
सत्यार्थी नेपाल के तीन दिन के दौरे पर हैं. उन्होंने नेपाल के राष्ट्रीय आयोग से बजट तैयार करते समय और परियोजनाएं बनाते समय बच्चों के मुस्कुराते चेहरे याद रखने को कहा. 60 वर्षीय सत्यार्थी ने कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार दुनिया के सभी बच्चों के लिए है.
उन्होंने नेपाल आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कई देशों से मिले 10,000 से अधिक न्योते के बावजूद उन्होंने यहां अपने बच्चों और भाइयों तथा बहनों को याद करते हुए सबसे पहले नेपाल का दौरा किया.
उन्होंने कहा कि बच्चों से काफी कुछ सीखा जा सकता है. माता पिता को अपने बच्चों के प्रति ईमानदार और दोस्ताना व्यवहार करने की जरूरत है.
सत्यार्थी ने कहा, \'\'मैं देखना चाहता हूं कि दुनिया से बाल मजदूरी और साक्षरता का नामो निशान मिट जाए. मैं बुद्ध की जन्म स्थली से इस बात की घोषणा करता हूं.\'\'
इस मौके पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री मिनेंद्र रिजल ने सत्यार्थी को एक शॉल और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुए कहा कि उन्होंने नेपाली लड़कियों की तस्करी के खिलाफ उल्लेखनीय कार्य किया है.
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