मोदी की कजाख यात्रा

भारत-मध्य एशिया की इस्लामिक विरासत ने चरमपंथ को हमेशा अस्वीकारा: मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘भारत और मध्य एशिया एक दूसरे के बिना अपनी क्षमताओं को हासिल नहीं कर सकते. एक दूसरे के सहयोग के बिना हमारे लोग न तो सुरक्षित रहेंगे और न ही हमारे क्षेत्र में स्थिरता आयेगी.’’ उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में जबकि क्षेत्र संघर्ष और अस्थिरता से घिरा है, इन देशों ने समावेशी और बहुलवादी राष्ट्रों का निर्माण किया. मोदी ने कहा कि संघर्षरत क्षेत्रों से लेकर दूरदराज के शांत पड़ोस तक आतंकवाद एक वैश्विक चुनौती बन गया है जैसा पहले कभी नहीं था. अपने बदलते नामो, स्थानों और लक्ष्यों के चलते यह बड़ी और स्थायी चुनौती बन गया है. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में हमें अपने आप से पूछना चाहिए... क्या हम अपने युवाओं की एक पीढ़ी को बंदूकों और नफरत में गुम हो जाने दें. वे हमें अपने खोये भविष्य के लिए जिम्मेदार ठहरायेंगे.’’

 
 
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