शावेज,एक सदी का अंत

शावेज, एक सदी का अंत

फरवरी 1992 में शावेज ने खर्चों में कटौती के उपायों से लोगों में बढ़ते आक्रोश के बीच राष्ट्रपति कार्लोस एंड्रेज पेरेज की सरकार गिराने की कोशिश की थी. इस विफल सैन्य तख्तापलट की आधारशिला एक दशक पहले ही रखी गई थी जब शावेज और उनके कुछ सैन्य सहयोगियों के दल ने दक्षिण अमेरिका स्वतंत्रता के नायक सिमोन बोलिवर के नाम पर एक गुप्त आंदोलन शुरु किया था.गौरतलब है कि साल 1992 में रेवॉल्यूशनरी बोलिवियन मूवमेंट के सदस्यों के विद्रोह में 18 लोग मारे गए थे और 60 अन्य घायल हुए थे. इस आंदोलन के दौरान शावेज को जेल में भी जाना पड़ा था. उनके सहयोगियों ने नौ महीने बाद भी सत्ता पर कब्जे की नाकाम कोशिश की थी. नवंबर 1992 में तख्तापलट के दूसरे प्रयास को भी कुचल दिया गया था. माफी मिलने से पहले शावेज ने जेल में दो वर्ष बिताए और इसके बाद उन्होंने मूवमेंट फॉर फिफ्थ रिपब्लिकन नाम से अपनी पार्टी दोबारा संगठित की. अब वो सैनिक से नेता बन गए थे.

 
 
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