PICS: जहर खाने के बाद जागी जीने की इच्छा

PICS:मरने की चाहत में डॉक्टर ने बनाया अनोखा जहर, लेकिन खाने के बाद जागी जीने की इच्छा

डिपार्टमेंट ऑफ डॉक्टर आशीष गर्ग के अनुसार, हिमोपरफ्यूजन की प्रक्रिया के दौरान रक्त से विषाक्त पदार्थ को निकालने के लिए उसे अधिशोषी (विषाक्तता सोखने वाले पदार्थ) के माध्यम से गुजारा जाता है. इस प्रक्रिया में मरीज के रक्त को फिल्टर करने के लिए चारकोल कणों के काटिर्र्ज से होकर लगातार गुजारा जाता है’’. इस प्रक्रिया में चारकोल के कणों को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि रक्त कोशिकाएं उसके संपर्क में न आएं और विषाक्त पदार्थ आसानी से काटिर्र्ज की झिल्ली से होते हुए चारकोल में अवशोषित हो जाए.

 
 
Don't Miss