PICS: जहर खाने के बाद जागी जीने की इच्छा

PICS:मरने की चाहत में डॉक्टर ने बनाया अनोखा जहर, लेकिन खाने के बाद जागी जीने की इच्छा

लिहाजा इस डॉक्टर को दवाएं लेने के महज दो घंटे के भीतर जून 2013 में देर रात गंगा राम अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. दिक्कत तब हुई, जब वहां डिपार्टमेंट ऑफ क्रिटिकल केयर के डॉक्टर भारी मात्रा में और बेहद अनोखे तरीके से ली गयी इन दवाओं के जहर के आगे बेबस नजर आने लगे. सर गंगा राम अस्पताल के डिपार्टमेंट ऑफ क्रिटिकल केयर उपाध्यक्ष डॉक्टर सुमित रे ने बताया, ‘‘अपने 25 साल के करियर में मैंने आत्महत्या करने का ऐसा अनूठा और खतरनाक तरीका नहीं देखा. हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी डिगॉक्सिन का एंटीडोट खोजना’’. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह भारत में उपलब्ध नहीं था और सबसे बड़ी बात थी कि इसके एक डोज की कीमत 1,600 डॉलर यानी करीब एक लाख रूपए थी और हमें 15-20 डोज की जरूरत थी. समय गुजर रहा था और मरीज की हालत बिगड़ रही थी’’.

 
 
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