16वीं शताब्दी से नहीं जली होलिका

 16वीं शताब्दी से नहीं जली होलिका

अब बात कोरिया जिले की करते हैं. गत 11 मार्च को न होली थी, न धुरेड़ी पर बैकुंठपुर जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत अमरपुर के लोगों ने नगाड़ों की थाप के बीच जमकर अबीर-गुलाल उड़ाया. लोगों ने एक-दूसरे को रंग अबीर लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं. दिनभर गांव में चारों ओर मस्ती, उल्लास, उमंग से सराबोर युवाओं की टोली एक-दूसरे मोहल्ले में जा-जाकर अपने हमजोलियों को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दे रहे थे. ऐसा वे इसी साल नहीं कर रहे थे, बल्कि कई दशकों से अमरपुर के लोग होली के पांच दिन पहले ही होली मना लेते हैं.

 
 
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