- पहला पन्ना
- क्षेत्रीय
- आरूषि-हेमराज हत्या पर सोमवार को फैसला

दम्पति ने उसके बाद उच्चतम न्यायालय दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली. हत्या मामले में सुनवायी 11 जून 2012 को शुरू हुई. सुनवायी डेढ़ वर्ष तक चली जिस दौरान सीबीआई के कानूनी सलाहकार आर के सैनी ने अपने के समर्थन में 39 गवाह जबकि बचाव पक्ष ने सात गवाह पेश किये. 25 जनवरी 2011 को गाजियाबाद अदालत परिसर में एक युवक ने राजेश तलवार पर धारधार हथियार से हमला किया. अभियोजन ने अपनी अंतिम दलीलें 10 अक्तूबर को शुरू की जबकि बचाव पक्ष ने अपनी अंतिम दलीलें 24 अक्टूबर को शुरू करके उसे 12 नवम्बर को पूरा कर लिया.
Don't Miss