जानें, साल में दो बार क्यों मनाई जाती है हनुमान जयंती

जानें, साल में दो बार क्यों मनाई जाती है हनुमान जयंती

उत्सव सिंधु और व्रत रत्नाकर नामक ग्रंथों में कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को, परंतु हनुमत उपासना कल्पदुम में चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन मूंज की मेखला से युक्त यज्ञोपवीत से विभूषित हनुमान जी का प्रकट होना लिखा है.

 
 
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