प्राकृति का रंग भरता कसौली

 हिमाचल प्रदेश: पर्यटकों को बाहें फैलाकर बुलाता है कसौली

अपरमाल के शुरुआत में ही सेंट्रल रिसर्च इंस्टीटय़ूट है. यह काफी विस्तृत क्षेत्र में फैला है.1900 में यहां पाश्चर इंस्टीटय़ूट की स्थापना हुई, जिसमें कुत्तों के काटने पर मनुष्य को होने वाले रोगों की दवाएं यहां बनायी जाती है, साथ ही अनेक टीके और दवाएं भी यहां बनती हैं. यह अनोखी प्रयोगशाला है. दमा के मरीजों के लिए भी आरोग्य आश्रम भी हैं क्योंकि माना जाता है कि यहां की सुगन्धित, प्रदूषण रहित और ओजोन से भरी हवा उनके लिए बहुत लाभदायक है.

 
 
Don't Miss