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- देवों के देव महादेव

प्रकृति के साहर्चय की यात्रा सुल्तानगंज से देवघर की कांवड़ यात्रा मात्र एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि शिव और प्रकृति के साहर्चय की यात्रा है. कांवड़ मार्ग में हरे-भरे खेत, पर्वत, पहाड़, घने जंगल, नदी, झरना, विस्तृत मैदान-सभी कुछ पड़ते हैं. रास्ते में जब वारिश की बौछारें चलती हैं तो ‘बोल बम’ का निनाद करते हुए कांवड़िये मानो भगवान शंकर के साथ एकाकार हो उठते हैं.
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