Delhi Book Fair: किताबों के बारे में थोड़ा यह भी जानें

PICS:एक मेला किताबों वाला, किताबों के बारे में थोड़ा यह भी जानें

क्यों शुरू हुए ऐसे मेले : जब किताबों का प्रचलन पूरे विश्व में हो गया, तब एक ऐसे मंच की तलाश शुरू हुई जहां पर वि की तमाम लोकप्रिय किताबें, सुप्रसिद्ध लेखक और प्रकाशक एकत्रित हों. सभी में प्रत्यक्ष वैचारिक आदान-प्रदान हो. इससे किताब से जुड़े सभी लोगों को एक प्लेटफार्म भी मिल जाएगा और प्रकाशकों को पाठकों की रूचि जानने, समझने का मौका मिल सकेगा और वे बेहतर किताबें छापने के लिए उत्साहित हो सकेंगे. इससे प्रकाशक, पाठक गण दोनों लाभान्वित होंगे. और विश्व पुस्तक मेला उसी सोच की देन है. राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में 6 जनवरी से 14 जनवरी तक विश्व पुस्तक मेला लगेगा. वर्ष 1972 में प्रथम विश्व पुस्तक मेले का आयोजन किया गया था. उस समय इसमें 200 प्रतिभागी सम्मिलित हुए थे. इसके बाद तो निरंतर पुस्तक मेले लगने लगे और इसमें सम्मिलित होने वाले प्रतिभागियों की संख्या भी बढ़ती गई. इस वर्ष देशभर से आने वाले प्रकाशकों की संख्या लभगभ 800 रही. मेले में 30 विदेशी प्रकाशक भी भाग लिया. इस वर्ष यूरोपियन यूनियन को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया है. आइए आगे जानते है किताबों के बारे में थोड़ा यह...

 
 
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