क्या है मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी

PICS : मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी शुरू, ऐसे उठाए लाभ

मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की कुछ यह हैं सीमाएं : - एक सर्कल से दूसरे सर्कल में इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पाएंगे यानी यूपी सर्कल का बीएसएनएल उपभोक्ता दिल्ली सर्कल में जाकर कंपनी नहीं बदल सकता. - पुरानी कंपनी का कुछ बकाया लेकर अगर कंपनी बदल भी ली तो बकाया 90 दिनों में जमा कराना होगा वर्ना इसके बाद नई कंपनी द्वारा भी नंबर बंद कर दिया जाएगा. - यह पता लगाने में दिक्कत होगी कि यह नंबर वर्तमान में किस कंपनी के पास है. इससे इंटर कंपनी मिलने वाले लुभावने ऑफर को उपभोग करने में परेशानी हो सकती है. - जो भी बैलेंस है उसका मोह छोड़ना होगा क्योंकि वो कैरीफॉरवर्ड नहीं होगा. नई सिम में बैलेंस जीरो रहेगा. फिर से समस्त रिचार्ज कराना होंगे. - जब अंतिम रूप से एक कंपनी नई कंपनी को नंबर हैंडओवर करेगी तब दो घंटे के लिए मोबाइल में नेटवर्क नहीं रहेगा. हालांकि यह समय अमूमन देर रात का ही होगा. - एक कंपनी के साथ कम से कम 90 दिनों के लिए तो रहना ही होगा, इसके पहले आप कंपनी नहीं बदल पाएंगे. - यूपीसी कुछ दिनों के लिए ही मान्य होगा कंपनी नहीं बदलने पर वो अपने आप रद्द हो जाएगा.

 
 
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