नये रिकार्ड की ओर धौनी
Last Updated 05 Feb 2009 02:38:33 PM IST
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चौथा एकदिवसीय मैच आज
कोलंबो। भारत पांच मैचों की श्रृंखला में 3-0 की अजेय बढ़त लेने के बाद श्रीलंका के खिलाफ चौथे एकदिवसीय मैच में कुछ रिजर्व खिलाड़ियों को आजमाकर रिकार्ड लगातार नौवीं जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगा। मेहमान टीम हालांकि श्रृंखला में क्लीन स्वीप करना चाहती है लेकिन बाकी बचे दो मैचों में रिजर्व खिलाड़ियों को आजमाना उसकी प्राथमिकता है।
श्रृंखला में महेंद्र सिंह धौनी और उनकी टीम के लिए अब तक सब कुछ सही हुआ है और टीम कल के मैच में रिकार्ड लगातार नौवीं जीत दर्ज करने को बेताब है।
भारतीय बल्लेबाजी अब तक मेजबान टीम से काफी बेहतर रही है और गेंदबाजों ने भी अनुशासित गेंदबाजी के साथ टीम को आशानुरूप नतीजे दिलाये हैं।
धौनी ने मैच जीतने के बाद साफ कर दिया था कि रिकार्ड लगातार नौवां एकदिवसय मैच जीतने के लिए विजयी संयोजन में कोई बदलाव नहीं करने की जगह रिजर्व खिलाड़ियों को खुद को साबित करने का मौका देना अहम है।
उन्होंने कहा कि हमारी नजरें रिकार्ड पर नहीं है। हम उन खिलाड़ियों को मौका देंगे जिन्हें अब तक श्रृंखला में खेलने का मौका नहीं मिला है।
उन्होंने कहा हमने 3-0 की बढ़त बना ली है। इससे इन खिलाड़ियों को उतारने का अच्छा अवसर है और यही हमारी प्राथमिकता होगी। टीम का लक्ष्य रिकार्ड नहीं बल्कि इन खिलाड़ियों को मौका देना है।
विदित हो कि भारत ने कोलंबों के आर प्रेमदासा स्टेडियम में कल दूधिया रोशनी में श्रीलंका को 147 रन से रौंदकर श्रृंखला अपने नाम की थी।
श्रीलंका अब बाकी दो मैचों में अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए उतरेगी। पिछले पांच महीने से लगातार क्रिकेट खेल रही घरेलू टीम के सामने दोबरा एकजुट होने और विजयी फार्म हासिल करने का दबाव है।
कप्तान महेला जयवर्धने को सुनिश्चित करना होगा उनकी टीम अगले दोनों मैच जीतने के लिए कागजी रणनीति को मैदान पर बेहतर तरीके से अंजाम दे और व्यस्त सत्र से पहले अपना खोया आत्मविश्वास दोबारा हासिल करे।
जयवर्धने ने स्वीकार किया कि उनकी टीम धौनी की अगुआई वाली टीम इंडिया की स्तर की नहीं है और कुछ खामियां हैं जिन्हें दूर करने की जरूरत है विशेषकर गेंदबाजी विभाग में जो कल के मैच में बिलकुल भी लय में नहीं दिखा। उन्होंने कहा कुछ क्षेत्र हैं जहां हमें सुधार करने की जरूरत है। भारत जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी क खिलाफ कुछ चीजें स्तर के अनुरूप नहीं थी।
जयवर्धने ने कहा कि हम अब निश्चित तौर पर चयनकर्ताओं से चर्चा करेंगे लेकिन अगले दो मैच जीतने के लिए हमें अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम की जरूरत है जो आत्मविश्वास वापस पाने के लिए काफी अहम है। हमें काफी क्रिकेट खेलना है।
घरेलू टीम की सबसे बड़ी परेशानी उसकी गेंदबाजी है। फरवेज महारूफ ने तीसरे मैच में सात ओवर में 68 रन दिये जबकि दिलहारा फर्नान्डो ने आठ ओवर में एक विकेट के लिए 63 रन खर्च कर दिये।
अन्य गेंदबाजों में नुवान कुलशेखरा ने 10 ओवर में 68 रन दे डाले जबकि अजंता मेंडिस ने एक विकेट के लिए 64 और मुथैया मुरलीधरन ने एक विकेट के लिए 60 रन खर्च किये।
जयवर्धने कहा कि मैं गेंदबाजी से निराश हूं। इसके अलावा उनके प्रमुख हथियार मुरलीधरन और मेंडिस को भी तुरंत भारतीय बल्लेबाजों की काट ढूंढनी होगी जो शानदार फार्म में चल रहे हैं।
भारतीय टीम के सामने कोई बड़ी परेशानी नहीं है और कल सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब ग्राउंड पर होने वाले मैच में सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया जा सकता है।
सचिन तेंदुलकर लगातार तीन बार अंपायरों के संदेहास्पद फैसलों का शिकार हुए और वह बल्लेबाज से अपना योगदान देने को बेताब होंगे।
कल के मैच में शतक जमाने वाले युवराज सिंह और वीरेंद्र सहवाग के अलावा तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जहीर खान को भी आराम दिया जा सकता है।
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